
Delhi News: दिल्ली में 2025 विधानसभा चुनावों की आहट के बीच राजनीतिक दलों की गतिविधियां तेज हो गई हैं। भाजपा ने अपने झुग्गी विस्तार अभियान के तहत पार्टी के नेताओं को झुग्गी बस्तियों में रात बिताने और वहां के निवासियों की समस्याओं को समझने के लिए भेजा। वहीं, आम आदमी पार्टी (AAP) ने इसे सिरे से नकारते हुए “ड्रामा” करार दिया।
BJP का झुग्गी विस्तार अभियान
दिल्ली भाजपा अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा के नेतृत्व में 1,194 झुग्गी बस्तियों में नेताओं ने रात बिताई। अभियान का उद्देश्य झुग्गीवासियों के साथ सीधा संवाद करना और उनकी समस्याओं को समझना बताया गया।
सचदेवा ने कहा, “यह केवल चुनावी प्रचार नहीं, बल्कि झुग्गीवासियों की समस्याओं का समाधान खोजने का प्रयास है।” उन्होंने यह भी वादा किया कि भाजपा सरकार बनने पर डीयूएसआईबी के जरिए झुग्गीवासियों के जीवन स्तर को सुधारा जाएगा।
इस अभियान में कई वरिष्ठ भाजपा नेता, जैसे दुष्यंत गौतम, विजेंद्र गुप्ता और रामवीर सिंह बिधूड़ी ने भी भाग लिया।
AAP का पलटवार
आम आदमी पार्टी ने इस अभियान पर तीखी प्रतिक्रिया दी। मुख्यमंत्री आतिशी ने भाजपा पर झुग्गीवासियों के साथ धोखा करने का आरोप लगाते हुए कहा, “BJP झुग्गियों में जाकर ड्रामा करती है। ये वही लोग हैं जो चुनाव के बाद इन्हीं झुग्गियों को बुलडोजर से गिरा देते हैं।”
उन्होंने G-20 और PM मोदी के पूसा इंस्टीट्यूट दौरे का जिक्र करते हुए कहा कि भाजपा ने झुग्गियों को ढककर वास्तविकता छिपाने की कोशिश की।
राजनीतिक प्रभाव
दिल्ली में झुग्गी बस्तियों का बड़ा वोट बैंक है। दोनों दलों के बीच इस मुद्दे पर आरोप-प्रत्यारोप से स्पष्ट है कि चुनावी रणनीतियां तेज हो चुकी हैं। भाजपा जहां सीधा संपर्क कर अपनी छवि सुधारने का प्रयास कर रही है, वहीं AAP इसे जनता के साथ छलावा बता रही है।
निष्कर्ष:
झुग्गीवासियों के मुद्दे पर भाजपा और AAP की ये लड़ाई अगले कुछ महीनों तक और तेज होगी। जनता किसे सही मानती है, यह तो आने वाले चुनाव ही तय करेंगे।