New Delhi: दिल्ली पुलिस ने बांग्लादेशी घुसपैठ की जांच के तहत राष्ट्रीय राजधानी के झुग्गी-झोपड़ियों में एक तलाशी अभियान चलाया। इस अभियान का उद्देश्य बांग्लादेशी नागरिकों की पहचान करना और उनसे जुड़ी अवैध गतिविधियों को रोकना है। पश्चिमी दिल्ली के डीसीपी, विचित्रा वीर ने बताया कि यह तलाशी अभियान रात के समय संपन्न किया गया ताकि परिवार के सदस्य एकत्रित होकर आसानी से सत्यापन किया जा सके।
अभियान का उद्देश्य
- रात में कार्रवाई: तलाशी अभियान रात में इसलिए चलाया गया क्योंकि दिन में लोग काम पर होते हैं, जबकि रात को सभी परिवार के सदस्य घर पर होते हैं, जिससे उनकी पहचान और सत्यापन करना आसान होता है।
- बांग्लादेशियों की वापसी: डीसीपी ने बताया कि पश्चिमी दिल्ली से 10 बांग्लादेशियों को वापस भेजने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है, और अन्य जिले भी इसी दिशा में कार्य कर रहे हैं।
राजनीतिक प्रतिक्रिया
भाजपा ने आम आदमी पार्टी (AAP) सरकार की आलोचना की है, उन पर आरोप लगाते हुए कि वे रोहिंग्या और बांग्लादेशी प्रवासियों को वोट बैंक बनाने के लिए मतदाता पहचान पत्र और आधार कार्ड प्रदान कर रही है। इस विषय को लेकर दिल्ली के उपराज्यपाल वीके सक्सेना ने हाल की आपराधिक गतिविधियों में अवैध बांग्लादेशी और रोहिंग्या प्रवासियों की संलिप्तता पर चिंता जताई है।
विशेष अभियान का निर्देश
उपराज्यपाल ने दिल्ली पुलिस आयुक्त को ऐसे अवैध प्रवासियों की पहचान और गिरफ्तारी के उद्देश्य से एक विशेष अभियान शुरू करने का निर्देश दिया। इसके अलावा, पिछले साल दिसंबर में, वीके सक्सेना ने मुख्य सचिव और पुलिस आयुक्त को बांग्लादेश से अवैध प्रवासियों की पहचान करने और उनके खिलाफ कार्रवाई करने के लिए अगले दो महीनों में एक विशेष अभियान चलाने का आदेश दिया था।
जागरूकता कार्यक्रम
अभियान के तहत, श्रमिकों और घरेलू सहायकों की सुरक्षा के हित में जन जागरूकता पैदा करने के लिए प्रिंट और सोशल मीडिया के माध्यम से एक आउटरीच कार्यक्रम भी शुरू किया जा सकता है, जिससे यह सुनिश्चित किया जा सके कि लोग अवैध प्रवासियों की पहचान और सुरक्षा के महत्व को समझें।
यह तलाशी अभियान और इसके आस-पास की गतिविधियाँ दिल्ली में सुरक्षा और कानून-व्यवस्था को सुधारने के लिए उठाए गए कदमों का हिस्सा हैं, जो अवैध घुसपैठ और उसके संभावित खतरों से निपटने के उद्देश्य से हैं।