
Delhi: राहुल गांधी ने दिल्ली में कांग्रेस के चुनाव प्रचार का बिगुल बजाते हुए पहली रैली में बड़ा ऐलान किया। उन्होंने कहा कि यदि कांग्रेस सत्ता में आती है तो दिल्ली में जातीय जनगणना कराई जाएगी। उन्होंने बीजेपी और आम आदमी पार्टी (AAP) पर निशाना साधते हुए कहा कि ये पार्टियां पिछड़े वर्गों, दलितों और अल्पसंख्यकों को अधिकार देने से कतराती हैं।
जातीय जनगणना पर जोर
सीलमपुर में आयोजित इस रैली में राहुल गांधी ने वादा किया कि कांग्रेस सरकार न केवल दिल्ली बल्कि केंद्र में आने के बाद राष्ट्रीय स्तर पर भी जातीय जनगणना कराएगी। उन्होंने कहा, “हम आरक्षण का दायरा 50% से ज्यादा करेंगे और सभी को बराबर का हक दिलाएंगे।”
केजरीवाल और मोदी पर तीखे हमले
राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पर झूठे वादे करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि केजरीवाल ने भ्रष्टाचार और प्रदूषण खत्म करने का वादा किया था, लेकिन स्थिति जस की तस बनी हुई है। अडाणी के मुद्दे पर चुप्पी साधने के लिए भी केजरीवाल की आलोचना की।
देश में विचारधारा की लड़ाई
राहुल गांधी ने अपनी रैली में कहा, “हम देश से नफरत मिटाना चाहते हैं और संविधान की रक्षा करना हमारी प्राथमिकता है। हमारा मानना है कि सभी नागरिकों को समान अधिकार मिलना चाहिए।” उन्होंने यह भी कहा कि मौजूदा सरकारें जातीय जनगणना के मुद्दे पर चुप हैं क्योंकि वे पिछड़े वर्गों और अल्पसंख्यकों को हक देने के पक्ष में नहीं हैं।
आरक्षण बढ़ाने का वादा
कांग्रेस सांसद ने आरक्षण बढ़ाने का वादा करते हुए कहा, “हमारी सरकार बनी तो दलितों, अल्पसंख्यकों और पिछड़े वर्गों को उनकी उचित भागीदारी दिलाएंगे। आरक्षण का दायरा 50% से अधिक किया जाएगा।”
राहुल गांधी की यह रैली कांग्रेस की खोई जमीन वापस पाने के लिए एक मजबूत प्रयास मानी जा रही है। जातीय जनगणना और आरक्षण जैसे मुद्दों को चुनावी वादों में शामिल कर कांग्रेस दिल्ली के मतदाताओं को अपनी ओर खींचने की कोशिश कर रही है।