
दिल्ली विधानसभा चुनाव 2025 में बीजेपी ने महिला मतदाताओं को केंद्र में रखते हुए कई प्रमुख वादे किए हैं। पार्टी का मानना है कि इस आपसी प्रतिस्पर्धा में महिलाओं की ताकत महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकती है। आइए जानते हैं कि बीजेपी के साथ अन्य पार्टियों ने क्या प्रस्तावित किया है।
बीजेपी का महिला समृद्धि योजना:
- मासिक सहायता: बीजेपी ने ‘महिला समृद्धि योजना’ के तहत हर महिला को प्रति माह 2100 रुपये देने का वादा किया है।
- गर्भवती महिलाओं के लिए आर्थिक सहायता: गर्भवती महिलाओं को 21,000 रुपये की आर्थिक सहायता दी जाएगी।
अन्य राज्यों की सफलताएं:
- मध्य प्रदेश: ‘लाडली बहन योजना’ के तहत महिलाओं को 1000 रुपये प्रति माह का वादा किया गया, जिसे समय-समय पर बढ़ाकर 1250 रुपये किया गया। इस योजना का सकारात्मक असर मध्य प्रदेश में चुनावी नतीजों पर देखने को मिला।
- महाराष्ट्र: ‘मुख्यमंत्री लड़की बहन योजना’ जिसके तहत महिलाओं को 1500 रुपये की सहायता दी जा रही थी, इसे चुनाव के समय बढ़ाकर 2100 रुपये कर दिया गया, जिसने महायुति को बहुमत दिलाने में मदद की।
- हरियाणा और ओडिशा: महिलाओं से जुड़ी योजनाओं ने बीजेपी को चुनावी लाभ के रूप में अच्छी सफलता दिलाई।
दिल्ली में महिलाओं को लुभाना:
बीजेपी की ये योजनाएं महिला मतदाताओं को लुभाने वाले कदम माने जा रहे हैं। लेकिन सवाल यह भी है कि क्या इन योजनाओं का फायदा दिल्ली में होगा, जहां आम आदमी पार्टी (AAP) ने भी महिलाओं के लिए कई योजनाएं लागू की हैं।
आम आदमी पार्टी और कांग्रेस के वादे:
- आम आदमी पार्टी:
- बुजुर्गों को फ्री इलाज,
- महिला सम्मान योजना के तहत 2100 रुपये,
- 200 यूनिट फ्री बिजली।
- कांग्रेस:
- जीवन रक्षा योजना के तहत 25 लाख रुपये तक का फ्री इलाज,
- ‘प्यारी दीदी योजना’ के तहत महिला मतदाताओं को 2500 रुपये मिलेंगे,
- फ्री बिजली योजना के तहत 300 यूनिट बिजली की ताकत।
विश्लेषण:
राजनीतिक जानकारों के अनुसार, महिलाओं को सीधे लाभ देने वाली योजनाएं चुनावी नतीजों में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं। लेकिन, दिल्ली की परिस्थितियाँ अन्य राज्यों से अलग हैं। आम आदमी पार्टी ने पहले से ही कई योजनाओं और लाभों का दावा किया है, जिससे चुनावी मुकाबला और कठिन होता नजर आ रहा है।
इस चुनावी रण में, यह देखना होगा कि बीजेपी की रणनीति कितनी सफल होती है और क्या महिला मतदाता वास्तव में अपने वोट के माध्यम से सत्ता की चाबी अपने हाथ में लेंगी।