चुनाव आयोग के अनुसार, मतदान किए गए ईवीएम और वीवीपैट की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए सभी जरूरी प्रबंधन किए गए हैं। सुरक्षा प्रोटोकॉल के तहत 7 विशेष बिंदुओं पर ध्यान दिया गया है, ताकि सुरक्षा का घेरा मजबूत हो सके।
काउंटिंग का समय:
दिल्ली विधानसभा चुनाव में डाले गए वोटों की काउंटिंग कल, यानी 8 फरवरी को सुबह 8 बजे शुरू होगी।
सुरक्षा के 7 बिंदु:
- तीन-स्तरीय सुरक्षा तैनाती:
चौबीस घंटे के लिए तीन स्तरों पर सुरक्षा व्यवस्था होगी। सबसे भीतरी परिधि की सुरक्षा केंद्रीय अनुसूचित अर्धसैनिक बल (CAPF) द्वारा और बाहरी परिधि की सुरक्षा राज्य पुलिस द्वारा की जाएगी। - सीसीटीवी कैमरा कवरेज:
स्ट्रांग रूम और उसके गलियारों के सीलबंद दरवाजों की 24×7 सीसीटीवी कैमरा द्वारा निगरानी की जाएगी। - एकमात्र प्रवेश/निकास बिंदु:
स्ट्रांग रूम में सिर्फ एक ही प्रवेश और निकास बिंदु होगा। - डबल लॉक सिस्टम:
सुरक्षा के लिए स्ट्रांग रूम में डबल लॉक सिस्टम लागू होगा। - वीडियोग्राफी:
स्ट्रांग रूम के खुलने और बंद होने के दौरान अनिवार्य वीडियोग्राफी की जाएगी। - लॉगबुक रखरखाव:
अधिकृत अधिकारियों (जैसे सामान्य पर्यवेक्षक, डीईओ या डीसीपी) के दौरों की वीडियोग्राफी के तहत एक लॉगबुक का रखरखाव किया जाएगा। - संचालन नियंत्रण कक्ष:
स्ट्रांग रूम के समीप एक संचालन नियंत्रण कक्ष स्थापित किया जाएगा।
अतिरिक्त सुरक्षा उपाय:
- वीआईपी और अधिकारियों सहित किसी भी वाहन का स्ट्रांग रूम में प्रवेश वर्जित होगा।
- दिल्ली की मुख्य चुनाव अधिकारी, एलिस वाज़ ने बताया कि चुनाव लड़ने वाले उम्मीदवारों के एजेंट्स/प्रतिनिधियों को सीसीटीवी फीड के माध्यम से 24×7 सुरक्षा व्यवस्था की निगरानी करने की अनुमति होगी। स्ट्रांग रूम के स्थानों पर उनके आरामदायक रहने के लिए उचित व्यवस्था की जाएगी, जहां वे सीसीटीवी फीड मॉनिटर करके सुरक्षा देख सकेंगे।
इसके माध्यम से चुनाव आयोग यह सुनिश्चित करने का प्रयास कर रहा है कि ईवीएम और वीवीपैट की सुरक्षा में कोई कमी न रहे और चुनाव की प्रक्रिया पूरी पारदर्शिता के साथ पूरी हो सके।