दिल्ली में चुनावी माहौल तेजी से गरमाया हुआ है, खासकर झुग्गियों में। बीजेपी ने आम आदमी पार्टी (AAP) के पारंपरिक वोटबैंक को अपने पक्ष में करने के लिए एक जोरदार रणनीति अपनाई है। इस सन्दर्भ में, AAP ने भी एक योजना बनाई है ताकि वे अपने वोटर्स को बचा सकें।
AAP की रणनीति:
- टीम गठन: AAP ने हर झुग्गी में 8-10 लोगों की टीम बनाई है। इनमें शिक्षित लोग और प्रभावशाली व्यक्तियों को शामिल किया गया है।
- झुग्गी प्रधान और संरक्षक: हर टीम की अगुवाई हेतु एक झुग्गी प्रधान और एक संरक्षक नियुक्त किया गया है।
- एजेंडा संचार: AAP के कार्यकर्ता झुग्गियों में जाकर यह सूचना फैला रहे हैं कि अगर बीजेपी सत्ता में आई, तो झुग्गियां खत्म हो जाएंगी।
- महिलाओं को लक्ष्य बनाना: विशेष रूप से महिला मतदाताओं के बीच AAP अपने कल्याणकारी योजनाओं के फायदे बताकर उनकी मदद मांग रही है।
- डेटा और रिपोर्टिंग: AAP का अभियान डेटा के आधार पर चल रहा है और इसका आंकड़ा पार्टी के महासचिव संदीप पाठक द्वारा मॉनिटर किया जा रहा है।
बीजेपी की रणनीति:
बीजेपी ने AAP की ताकत को निशाना बनाते हुए झुग्गियों में विशेष अभियान चलाने के लिए सांसदों और नेताओं को तैनात किया है। उन्होंने झुग्गी के निवासियों से सीधे संपर्क स्थापित करने का प्रयास किया है जो AAP के लिए एक बड़ी चुनौती पैदा कर रहा है।
इन राजनीतिक गतिविधियों का असर दिखने लगा है, जिससे AAP को अपने गढ़ों में और अधिक मेहनत करनी पड़ रही है। बीजेपी का केन्द्रित अभियान खासकर नई दिल्ली विधानसभा सीट पर जोर पकड़े हुए है, जहां AAP के संयोजक अरविंद केजरीवाल ने पहले कई बार जीत हासिल की है।
इस प्रकार, दिल्ली की चुनावी जंग में झुग्गियों का वोटबैक एक महत्वपूर्ण मोड़ ले सकता है, और दोनों पार्टियों ने इसे अपने तरीके से साधने की पूरी कोशिश की है।