
लुधियाना में आम आदमी पार्टी (AAP) के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल के एक ‘पुराने भाषण’ के वीडियो को लेकर विवाद खड़ा हो गया है। इस वीडियो में डॉ. भीम राव अंबेडकर के बारे में किए गए बयान को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म, विशेष रूप से एक्स (पूर्व में ट्विटर), पर अपलोड किया गया है, जिसमें छेड़छाड़ की गई थी।
पंजाब पुलिस ने इस मामले में लुधियाना के छह अलग-अलग पुलिस थानों में कुल छह एफआईआर दर्ज की हैं। एफआईआर दिल्ली के वकील और उद्यमी विभोर आनंद तथा पांच अज्ञात लोगों के खिलाफ दर्ज की गई हैं। शिकायतकर्ताओं के अनुसार, कुछ बदमाशों ने केजरीवाल का एक वीडियो सोशल मीडिया पर अपलोड किया, जिसमें उनके भाषण से छेड़छाड़ की गई और इससे एससी/एसटी समुदाय की भावनाओं को ठेस पहुंची। इसके अलावा, आरोप है कि इस छेड़छाड़ के जरिए केजरीवाल की छवि को भी नुकसान पहुंचाया गया।
एफआईआर में विभोर आनंद के एक्स लिंक का भी उल्लेख किया गया है, जिसमें उन्होंने इस छेड़े गए वीडियो को साझा किया था। पुलिस ने मामला दर्ज कर धारा 192 (दंगा भड़काने के इरादे से जानबूझकर उकसाना), 336 (प्रतिष्ठा को नुकसान पहुँचाने के उद्देश्य से जालसाजी), 352 (शांति भंग करने के इरादे से जानबूझकर अपमान करना), और 353 (सार्वजनिक शरारत के लिए प्रेरित करने वाला बयान) BNS तथा SC/ST (अत्याचार निवारण) अधिनियम के तहत कार्रवाई की है।