
दिल्ली विधानसभा में आज CAG रिपोर्ट (भारत के नियंत्रक और महालेखा परीक्षक की रिपोर्ट) पर बड़ी चर्चा होगी। सत्ताधारी भारतीय जनता पार्टी (BJP)और विपक्षी आम आदमी पार्टी (AAP)आमने-सामने होंगे। भाजपा जहां रिपोर्ट के हवाले से आम आदमी पार्टी सरकार को भ्रष्टाचार के आरोपों में घेरने की तैयारी में है, वहीं AAP भाजपा पर पलटवार करेगी।
CAG रिपोर्ट पर हंगामे के आसार
विधानसभा में पेश CAG ऑडिट रिपोर्ट में शिक्षा, स्वास्थ्य, परिवहन और आबकारी विभाग में अनियमितताओं का जिक्र किया गया है। भाजपा की योजना है कि इन रिपोर्ट्स के जरिए आम आदमी पार्टी सरकार की कथित गड़बड़ियों को उजागर किया जाए।
भाजपा की रणनीति:
आबकारी नीति घोटाले की रिपोर्ट को आधार बनाकर आम आदमी पार्टी पर हमला बोला जाएगा।
दिल्ली जल बोर्ड का वित्तीय घाटा भी बहस का अहम मुद्दा रहेगा।
डीटीसी बस खरीद, अस्पताल और स्कूल निर्माण को लेकर भी सरकार को कटघरे में खड़ा किया जाएगा।
भाजपा का आरोप है कि आप सरकार के 11 साल के कार्यकाल में घोटालों की भरमार रही है।
AAP का पलटवार:
आम आदमी पार्टी भगत सिंह और डॉ. भीमराव अंबेडकर के मुद्दों पर भाजपा को घेरने की योजना बना रही है।
केजरीवाल सरकार केंद्र सरकार की नीतियों की विफलता को भी सदन में उठाएगी।
अगर विपक्षी दलों को बोलने नहीं दिया गया, तो वे विधानसभा के बाहर प्रदर्शन करेंगे।
दिल्ली विधानसभा के उपाध्यक्ष पद पर चुनाव
आज विधानसभा में उपाध्यक्ष पद के लिए भी चुनाव होगा। मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता, भाजपा विधायक मोहन सिंह बिष्ट के नाम का प्रस्ताव रखेंगी। वहीं, विधायक अनिल कुमार शर्मा दूसरा प्रस्ताव पेश करेंगे और भाजपा विधायक गजेंद्र सिंह यादव इसका समर्थन करेंगे।
भाजपा और AAP के बीच सीधा टकराव
CAG रिपोर्ट के मुद्दे पर दिल्ली विधानसभा में तीखी बहस और हंगामे के आसार हैं। भाजपा आम आदमी पार्टी सरकार को घेरने की पूरी तैयारी में है, जबकि AAP ने भी अपनी रणनीति बना ली है। अब देखना दिलचस्प होगा कि आज का सत्र कितना गरमागरम रहता है और किसके दावे मजबूत साबित होते हैं।