नई दिल्ली: आध्यात्मिक गुरु आसाराम बापू को मंगलवार रात को जोधपुर जेल से जमानत मिल गई, जिसके बाद वह आरोग्यम अस्पताल से निकलकर अपने आश्रम पहुंच गए। 86 वर्षीय आसाराम को 11 साल के बाद जेल से रिहाई मिली, जिससे उनके अनुयायी खुशी से झूम उठे। अस्पताल के बाहर उनके अनुयायी फूल-माला और आरती की थाली लिए खड़े थे, और उन्होंने आसाराम की आरती उतारी।
जमानत मिलने पर खुशी का माहौल
जमानत मिलने के बाद आसाराम के अनुयायी उनके स्वागत के लिए इंतजार कर रहे थे। उन्होंने आश्रम पहुंचने के बाद उन्हें फूलों की वर्षा की और पटाखे फोड़े। आसाराम ने अपने अनुयायियों का अभिवादन स्वीकार करते हुए हाथ हिलाया और एकांतवास में चले गए।
मेडिकल आधार पर जमानत
आसाराम को मेडिकल आधार पर 31 मार्च तक अंतरिम जमानत दी गई है, क्योंकि वह दिल की बीमारी से पीड़ित हैं। इस दौरान, वह भारत में कहीं भी अपना इलाज करवा सकते हैं। हालांकि, जमानत मिलने के बाद भी वह किसी अनुयायी से नहीं मिल सकेंगे और न ही वह सबूतों या गवाहों से संपर्क कर सकेंगे।
सुप्रीम कोर्ट और राजस्थान हाई कोर्ट से जमानत
आसाराम बापू को पहले 7 जनवरी को सुप्रीम कोर्ट से गुजरात के सूरत रेप मामले में जमानत मिली थी, लेकिन जोधपुर में नाबालिग से रेप के मामले में जमानत नहीं मिली थी। इसके बाद आसाराम ने राजस्थान हाई कोर्ट में याचिका दायर की, जिसके बाद कोर्ट ने मंगलवार को जमानत मंजूर कर दी।
क़रीब १२ साल बाद जोधपुर जेल से संत आसाराम बापू जी को जेल से जमानत मिल गई।#AsharamjiBapu pic.twitter.com/PpXG3SLYc3
— Richa Shukla (@rn_richa) January 15, 2025
सजा और कोर्ट के फैसले
आसाराम बापू 2013 में जोधपुर के आश्रम में एक नाबालिग लड़की से रेप के मामले में गिरफ्तार हुए थे। पांच साल की सुनवाई के बाद, 25 अप्रैल, 2018 को जोधपुर की POCSO कोर्ट ने उन्हें आजीवन कारावास की सजा सुनाई थी। इसके बाद, 2023 में गुजरात के सूरत में एक महिला अनुयायी से रेप के मामले में भी उन्हें आजीवन कारावास की सजा सुनाई गई थी।