
आम आदमी पार्टी (AAP) के प्रमुख अरविंद केजरीवाल को शुक्रवार को एक सनसनीखेज आरोप पर जांच अधिकारियों से पूछताछ का सामना करना पड़ा। दिल्ली विधानसभा चुनावों के परिणाम आने से पहले, केजरीवाल ने दावा किया था कि भाजपा ने उनकी पार्टी के उम्मीदवारों को 15-15 करोड़ रुपये और मंत्री पद का ऑफर दिया।
आरोप और एसीबी की जांच
अरविंद केजरीवाल ने कहा कि भाजपा ने उनकी पार्टी के 16 उम्मीदवारों से संपर्क किया और उन्हें पार्टी छोड़ने का प्रस्ताव दिया। उनके मुताबिक, प्रत्येक उम्मीदवार को 15 करोड़ रुपये और मंत्री पद की पेशकश की गई थी। इस दावे के बाद भाजपा ने शिकायत दर्ज कराई और दिल्ली के उपराज्यपाल (एलजी) ने मामले की जांच का आदेश दिया। इसके बाद एसीबी ने पूछताछ शुरू कर दी, जिसमें अरविंद केजरीवाल, सांसद संजय सिंह और पार्टी नेता मुकेश अहलावत शामिल हैं।
केजरीवाल का ट्वीट
6 फरवरी की रात केजरीवाल ने ट्वीट किया, “कुछ एजेंसीज़ यह दिखा रही हैं कि गाली-गलौज पार्टी को 55 से ज्यादा सीटें आ रही हैं। अगर सच में ऐसा होता तो हमारे उम्मीदवारों को फोन करने की क्या जरूरत थी? यह पूरी तरह से फर्जी सर्वे हैं, ताकि माहौल बना कर कुछ उम्मीदवारों को तोड़ा जा सके। लेकिन गाली-गलौज वालों, हमारा एक भी आदमी नहीं टूटेगा।”
भ्रष्टाचार निरोधक शाखा (एसीबी) की जांच
एसीबी ने इस मामले में भ्रष्टाचार निरोधक शाखा के तहत जांच शुरू कर दी है। केजरीवाल और संजय सिंह द्वारा भाजपा पर लगाए गए विधायकों की खरीद-फरोख्त के आरोपों की जांच की जा रही है।
इस मामले में अब तक की जानकारी के अनुसार, 8 फरवरी को दिल्ली चुनाव के परिणामों के पहले इस जांच का असर राजनीतिक माहौल में देखा जा सकता है।