
दिल्ली में हाल ही में ‘महिला सम्मान योजना’ और ‘संजीवनी योजना’ को लेकर विवाद खड़ा हो गया है। महिला और बाल विकास विभाग और स्वास्थ्य विभाग ने नोटिस जारी कर इन योजनाओं को फर्जी बताया है।
महिला सम्मान योजना: क्या है मामला?
विभाग का बयान:
महिला और बाल विकास विभाग ने स्पष्ट किया कि दिल्ली सरकार द्वारा ऐसी कोई योजना अधिसूचित नहीं की गई है।
चेतावनी:
विभाग ने कहा कि इस योजना के नाम पर किसी भी व्यक्ति या पार्टी द्वारा आवेदन फॉर्म मांगा जा रहा है, तो यह धोखाधड़ी है।
सुझाव:
नागरिकों को अपनी निजी जानकारी जैसे आधार कार्ड या बैंक खाता साझा न करने की सलाह दी गई है।
संजीवनी योजना: स्वास्थ्य विभाग का नोटिस
क्या कहा गया?
स्वास्थ्य विभाग ने कहा कि ‘संजीवनी योजना’ के नाम पर बुजुर्गों से निशुल्क इलाज का दावा करते हुए फॉर्म भरवाए जा रहे हैं।
फर्जी योजना:
यह योजना अस्तित्व में नहीं है और इसे भी धोखाधड़ी करार दिया गया है।
सावधानी:
बुजुर्गों को चेताया गया है कि वे अपनी निजी जानकारी साझा न करें।
दिल्ली सरकार के महिला एवं बाल विकास विभाग ने एक सार्वजनिक नोटिस में कहा है कि उसे मीडिया रिपोर्ट्स और सोशल मीडिया पोस्ट के माध्यम से जानकारी मिली है कि एक राजनीतिक दल ‘मुख्यमंत्री महिला सम्मान योजना’ के तहत दिल्ली की महिलाओं को 2100 रुपये प्रति माह देने का दावा कर रहा है।
महिला… pic.twitter.com/25E1KMZfAh
— ANI_HindiNews (@AHindinews) December 25, 2024
अरविंद केजरीवाल का बयान
AAP के संयोजक अरविंद केजरीवाल ने इन नोटिसों पर नाराजगी जताई।
उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार उनकी योजनाओं से बौखला गई है और AAP नेताओं पर कार्रवाई की साजिश रच रही है।
केजरीवाल ने कहा कि चुनाव जीतने पर ये योजनाएं 2025 में लागू की जाएंगी।
केजरीवाल की योजनाएं: क्या किया गया वादा?
महिला सम्मान योजना:
महिलाओं को 2,100 रुपये मासिक देने का वादा।
संजीवनी योजना:
60 साल से अधिक उम्र के बुजुर्गों को सरकारी और निजी अस्पतालों में मुफ्त इलाज।