
HMPV Virus in india: नई दिल्ली: ह्यूमन मेटान्यूमोवायरस (HMPV) के मामले भारत में बढ़ते जा रहे हैं। अब तक देश में इस वायरस से जुड़े 7 मामलों की पुष्टि हो चुकी है। यह वायरस मुख्य रूप से बच्चों और कमजोर प्रतिरक्षा वाले व्यक्तियों को प्रभावित करता है। हालांकि, सरकार ने कहा है कि इस स्थिति से कोविड जैसी स्थिति बनने की संभावना नहीं है।
क्या है ह्यूमन मेटान्यूमोवायरस (HMPV)?
एचएमपीवी एक श्वसन वायरस है, जिसे पहली बार 2001 में नीदरलैंड्स में खोजा गया था। यह वायरस संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आने, खांसने या छींकने से फैलता है। इसके लक्षण आमतौर पर बुखार, खांसी, नाक बहना, और सांस लेने में कठिनाई जैसे होते हैं। गंभीर मामलों में यह ब्रोंकोन्यूमोनिया का कारण बन सकता है।
कहां-कहां मिले मरीज? HMPV Virus in india:
ताजा रिपोर्ट्स के अनुसार, भारत में HMPV के मामले निम्न स्थानों पर पाए गए हैं:
बेंगलुरु: 3 साल की बच्ची और 8 महीने का बच्चा।
नागपुर: 7 और 13 साल के दो बच्चे।
अहमदाबाद: 2 साल का बच्चा।
तमिलनाडु: चेन्नई और सेलम में 2 सक्रिय मामले।
विशेषज्ञों की राय और सरकार की तैयारियां
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जगत प्रकाश नड्डा ने कहा कि HMPV कोई नया वायरस नहीं है। देश में श्वसन रोगों की स्थिति पर सरकार लगातार नजर बनाए हुए है। ICMR और राष्ट्रीय रोग नियंत्रण केंद्र (NCDC) ने स्पष्ट किया है कि श्वसन रोगजनकों में कोई असामान्य वृद्धि नहीं देखी गई है।
सरकार ने स्थिति की समीक्षा के लिए स्वास्थ्य सेवा महानिदेशालय (DGHS) की अध्यक्षता में एक बैठक आयोजित की। यह सुनिश्चित किया गया है कि देश का स्वास्थ्य निगरानी नेटवर्क किसी भी उभरती स्वास्थ्य चुनौती के लिए पूरी तरह सतर्क है।
एचएमपीवी से बचाव कैसे करें?
सफाई का ध्यान रखें: नियमित रूप से हाथ धोएं।
मास्क पहनें: खांसी या छींक आने पर।
इम्युनिटी मजबूत करें: संतुलित आहार और पर्याप्त नींद लें।
संक्रमित व्यक्ति से दूरी: ऐसे व्यक्ति से संपर्क न करें, जिसमें फ्लू जैसे लक्षण हों।