
Crime News: मध्यप्रदेश की छतरपुर पुलिस के द्वारा एक ऐसे हत्या कांड का खुलासा किया गया है जिसके मुख्य आरोपी ने एक युवक की हत्या करने के पहले श्रावण मास में 11 दिनों के लिए व्रत रखा और फिर जब व्रत संपन्न हुआ इसके अगले ही दिन उसने अपने साथियों के साथ मिलकर एक युवक की हत्या कर दी.
इस मामले पर प्रेस कॉन्फ्रेस में पुलिस कप्तान अगम जैन ने बताया कि, एक महिला से बात करने के चलते दिव्यांशु पालिया और शिवम मिश्रा के बीच विवाद की स्थिति बनी थी. और उनमें बैर इस कदर बढ़ गया की दिव्यांशु पालिया ने शिवम मिश्रा की हत्या की प्लानिंग कर ली।
सबसे पहले तो दिव्यांशु ने श्रावण मास में 11 दिनों के लिए व्रत रखा और फिर जब उसका व्रत संपन्न हुआ उसके अगले ही दिन यानी 1 अगस्त को उसने अपने साथी राहुल विश्वकर्मा और दो अन्य लोगों के साथ मिलकर शिवम मिश्रा की हत्या करने का प्लान बना लिया ।
दरअसल, राहुल विश्वकर्मा की सीसीटीवी कैमरे की एक दुकान है जहां पर उसने सीसीटीवी कैमरा सुधारने के बहाने से पहले तो शिवम मिश्रा को अपनी दुकान पर बुला लिया. फिर उसके दुकान पर ही सभी आरोपियों ने मिलकर शिवम की पीट-पीटकर हत्या कर दी. घटना की खबर किसी को न लग जाए इसके लिए भी उन्होंने प्लान बना लिया।
नदी में मिली लाश
सबसे पहले आरोपियों ने युवक की डेड बॉडी के हाथ और पैर रस्सी से बांधे और अपनी फोर व्हीलर गाड़ी से धसान नदी के किनारे उसे ले गए जहां से उन्होंने शव को नदी में बहा दिया.
वहीं, मृतक की बाइक को पास के ही एक कुएं में फेक दिया गया जिससे किसी भी तरह का कोई सबूत न मिल सके. लेकिन पुलिस की इस मामले पर तत्परता और गंभीरता से इस घटना की परतें धीरे-धीरे खुलना शुरू हो गईं और पुलिस को सिर्फ 48 घंटे के अंतराल में ही सफलता मिल गई.
दो मुख्य आरोपी दिव्यांशु पालिया और राहुल विश्वकर्मा को पुलिस ने अपने हिरासत में लेकर कड़ाई से पूछताछ की. दो अन्य आरोपियों के नाम भी सामने आए हैं. पुलिस अभी उनकी जांच कर रही है.