
Chhattisgarh PSC Scam: छत्तीसगढ़ की विष्णुदेव सरकार ने आज प्रदेश के लाखों युवाओं की बड़ी मांग पूरी कर दी है। राज्य कैबिनेट ने आज पीएससी भर्ती घोटाला की सीबीआई से जांच कराने का फैसला किया है।
इसे प्रदेश के युवाओं के संघर्ष की बड़ी जीत मानी जा रही है। पीएससी भर्ती में गड़बड़ी को लेकर प्रदेश के युवाओं ने करीब 6 महीने का लंबा संघर्ष किया है। इस दौरान सड़क से लेकर कोर्ट तक युवाओं ने हर लड़ाई लड़ी। पीएससी एक संवैधानिक संस्था है। इसके बावजूद सरकार और तत्कालीन सत्तारुढ़ कांग्रेस पार्टी पीएससी के बचाव में लगी रही। तत्कालीन सीएम भूपेश बघेल मामले की जांच के लिए शिकायत का इंतजार करते रहे। बघेल का बार-बार बयान आया- शिकायत आएगी तो जांच कराएंगे। प्रदेश के लाखों युवाओं की मांग जब सरकार ने नहीं मानी तो उन्होंने सत्ता ही पटल दी।
पीएससी घोटला की जांच की मांग को लेकर युवाओं के संघर्ष की आवाज बने भाजपा नेता उज्जवल दीपक ने कहा कि प्रदेश के युवाओं विशेष रुप से उन 18 लाख नव मतादाओं के आक्रोश ने भूपेश बघेल की नेतृत्व वाली कांग्रेस सरकार को उखड़े फेंका। भाजपा सरकार ने सीबीआई जांच की घोषणा करके उन युवाओं को बड़ी राहत दी है। दीपक कहते हैं कि कांग्रेस सरकार को भी समझ आ गया था कि युवा उसके खिलाफ है। युवाओं के आक्रोश को शांत करने के लिए ही भेंट मुलाकात का कार्यक्रम शुरू किया गया, लेकिन वह भेंट नहीं सैट मुलाकात कार्यक्रम बन गया। उन्होंने बताया कि पीएससी घोटाला के खिलाफ युवाओं के संघर्ष की शुरुआत मई 2023 में हुई।
युवाओं के इस संघर्ष में भाजपा का भी पूरा साथ मिला। पूर्व सीएम डॉ. रमन सिंह और मौजूदा वित्त मंत्री ओपी चौधरी पूरी ताकत के साथ इस मुद्दे को उठाया।विधानसभा चुनाव के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह और तत्कालीन प्रदेश अध्यक्ष अरुण साव से लेकर भाजपा के हर बड़े नेता ने भाजपा की सरकार बनने पर मामले की जांच कराने और दोषियों को सजा दिलाने का वादा किया था।