
सोमवार की रात रायपुर में एक बड़ी वारदात हो गई। एक कारोबारी अपने घर लौट रहा था तभी कुछ बाइक सवारों ने उसे घेर लिया। बदमाश, उस कारोबारी के साथ मारपीट करने लगे और कारोबारी के पास मौजूद रुपयों से भरा बैग लेकर भाग गए। कारोबारी का दावा है कि उस बैग में 50 लाख रुपए थे। अब इस मामले में पुलिस रातभर एक्शन मोड में है और फरार आरोपियों को ढूंढने का काम किया जा रहा है।
ये वारदात धमतरी रोड पर स्थित डूमरतराई थोक मंडी से कुछ ही दूरी पर हुई। रात के वक्त कारोबारी नरेंद्र खेतपाल अपनी दुकान बंद करके घर लौट रहे थे। डूमरतराई थोक मंडी में ही नरेंद्र अनाज का कारोबार करते हैं। अनाज के लेन-देन की तीन दिन की रकम साथ लेकर घर जा रहे थे तभी इनपर हमला हो गया।
नरेंद्र के बेटे किशन ने बताया कि 3 बाइक पर 6 से 9 लोग थे। वो पापा का पीछा कर रहे थे। मिंटू पब्लिक स्कूल के पास उन्होंने घेर लिया और उन्हें मारने -पीटने लगे। लात घूंसे चलाए, बदमाशों ने अपने पास डंडे स्टंप रखे थे। इससे नरेंद्र खेतपाल के सिर पर वार किया गया। नरेंद्र अपने स्कूटर से टैगोर नगर स्थित अपने घर लौट रहे थे। तभी अचानक ये सब हो गया। बेटे किशन ने बताया कि इस अटैक की वजह से पापा सड़क पर गिर गए, इतने में कैश वाला बैग लेकर वो लोग फरार हो गए। नरेंद्र ने सड़क पर पड़े-पड़े बेटे किशन को फोन किया और घटना स्थल पर पहुंचने को कहा। इसके बाद कारोबारी को पचपेड़ी नाका स्थित एक प्राइवेट अस्पताल में एडमिट किया गया है, उसके सिर पर चोटें आई हैं।
लोकल गैंग का हाथ
इस घटना को लेकर अब तक सामने आई बातों के मुताबिक इस वारदात के पीछे किसी लोकल गैंग का हाथ है। नरेंद्र ने पुलिस को लुटेरों की कदकाठी और बोल-चाल के बारे में बताया। वो आपस में छत्तीसगढ़िया अंदाज में ही बातें कर रहे थे। पुलिस अब रात से ही माना, संतोषी नगर, राजेंद्र नगर के बदमाशों के ठिकानों पर दबिश देकर ये पता लगाने की कोशिश में है कि कांड किसने किया। पुलिस ने पाया है कि कारोबारी पर अटैक पूरी प्लानिंग से ही किया गया है।