
रायपुर: जिला स्तरीय सड़क सुरक्षा समिति की बैठक में रायपुर शहर में यातायात व्यवस्था को सुधारने के लिए जरूरी उपायों पर विशेष रूप से चर्चा की गई।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक श्री प्रशांत अग्रवाल और नगर निगम आयुक्त श्री मयंक चतुर्वेदी की मौजूदगी में हुई इस बैठक में मोवा ओवरब्रिज पर दोनों ओर 50-50 मीटर डिवाइडर बनाने पर सहमति हुई।
इस ब्रिज पर दोनों तरफ के चौराहों पर रेड सिग्नल की स्थिति में बड़ी संख्या में वाहन बेतरतीब तरीके से रूकने के कारण जाम की स्थिति बनती है। दोनों तरफ 50-50 मीटर डिवाइडर बन जाने से सिग्नल रेड होने पर वाहन चालक व्यवस्थित रूप से अपनी-अपनी तरफ रूकेंगे और जाम की स्थिति से निजात मिलेगी।
इस बैठक में एडीएम श्री एन आर साहू, डीएसपी ट्रैफिक श्री गुरजीत सिंह, एसडीएम श्री देवेन्द्र पटेल सहित लोक निर्माण विभाग, राष्ट्रीय राजमार्ग और नगर निगम के वरिष्ठ अधिकारी भी शामिल हुए।
जिला स्तरीय सड़क सुरक्षा समिति की बैठक में भाटागांव चौक से लेकर काठाडीह चौक हनुमान मंदिर और अवंती बाई चौक से क्रिस्टल आर्केड तक डिवाइडर बनाने अथवा सड़क को दाहिने-बाएं ट्रैफिक के लिए बीच से विभाजित करने मार्कर आदि लगाने पर भी विचार किया गया।
इसी प्रकार सघन आबादी क्षेत्र पचपेड़ी नाका से सरोना ओवरब्रिज तक भी डिवाइडर को तीन फीट ऊॅचा करने की भी जरूरत बतायी गई। कलेक्टर डॉ. भुरे ने इसके लिए विस्तृत कार्य योजना तैयार करने के निर्देश अधिकारियों को दिए।
कलेक्टर ने शंकर नगर रोड, मालवीय रोड, एमजी रोड, बिलासपुर रोड, पुरानी बस्ती और कटोरा तालाब रोड पर विशेष रूप से दुकान के बाहर सामान निकालकर रखने और दुकानदारी करने वाले व्यापारियों तथा ठेले-खोमचों वालों के विरूद्ध लगातार कार्रवाई करने के निर्देश अधिकारियों को दिए।
उन्होंने शंकर नगर एक्सप्रेसवे ब्रिज के नीचे, पंडरी एक्सप्रेसवे ब्रिज के नीचे और कमल विहार चौक पर जल्द से जल्द विद्युत सिग्नल शुरू करने के निर्देश भी दिए।
डॉ. भुरे ने शहर के चौक-चौराहों में फ्री लेफ्ट टर्न के लिए लगाए गए स्प्रिंग पोस्ट चैनेलाइजरों के क्षतिग्रस्त होने पर भी चिंता जताई तथा क्षतिग्रस्त स्प्रिंग पोस्टों की मरम्मत करने या नए स्प्रिंग पोस्ट लगाने के भी निर्देश अधिकारियों को दिए।