
छत्तीसगढ़ के राजनांदगांव में पुलिस भर्ती प्रक्रिया में गड़बड़ी के खुलासे के बाद, भर्ती प्रक्रिया में शामिल आरक्षक अनिल रत्नाकर ने आत्महत्या कर ली। उनका शव रामपुर के खेत में पेड़ से लटका मिला।
भर्ती में गड़बड़ियां उजागर
पुलिस भर्ती प्रक्रिया में कई अनियमितताएं सामने आई हैं। जांच में पाया गया कि बिना दौड़ में शामिल हुए अभ्यर्थियों को अंक दिए गए और शून्य अंक पाने वालों को भी सात अंक दे दिए गए। इन गड़बड़ियों के कारण एसपी मोहित गर्ग ने एफआईआर दर्ज करवाई और मामले की जांच शुरू की।
आत्महत्या का मामला
आरक्षक अनिल रत्नाकर भर्ती प्रक्रिया की निगरानी में शामिल थे, लेकिन गड़बड़ियों के उजागर होने के बाद उन्हें प्रक्रिया से अलग कर दिया गया। तनाव में आकर उन्होंने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली।
पूर्व मुख्यमंत्री ने सीबीआई जांच की मांग
पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने ट्वीट कर इस मामले में सीबीआई जांच की मांग की। उन्होंने सवाल उठाया कि यह आत्महत्या है या हत्या, और इसमें किसी बड़े घोटाले का हाथ हो सकता है।
पुलिस विभाग में हड़कंप
आरक्षक की मौत से पुलिस विभाग में हड़कंप मच गया है। उनकी भूमिका संदिग्ध मानते हुए डेढ़ दर्जन से ज्यादा लोगों को संदेह के घेरे में रखा गया है। मामले की जांच जारी है।
आगे की कार्रवाई
आईजी दीपक झा और एसपी मोहित गर्ग मामले की बारीकी से जांच कर रहे हैं। भर्ती प्रक्रिया से जुड़े अधिकारियों और कर्मचारियों की भूमिका पर भी सवाल उठ रहे हैं।