मोहाली में पंजाब पुलिस इंटेलिजेंस हेडक्वार्टर पर अटैक को 60 घंटे बीत चुके हैं। फिर भी हमलावर और साजिश बेनकाब नहीं हुई है। पुलिस का इस मामले में रटा-रटाया जवाब मिल रहा है। जांच चल रही है। रेड कर रहे हैं। पूछताछ हो रही है। खुद पर ही हमले के मामले में पुलिस की यह नाकामी से सवाल खड़े होने लगे हैं। यह हालात तब हैं जबकि डीजीपी वीके भावरा ने कहा था कि बड़ी लीड मिली है। जल्द केस सुलझा लेंगे। CM भगवंत मान ने भी कहा था कि कई संदिग्ध पकड़े हैं, जल्द इसका खुलासा कर देंगे।
3 आरोपी पकड़े, पुलिस बता नहीं पा रही
पुलिस ने बुधवार को तरनतारन के भिखीविंड के गांव कुल्ला के निशान सिंह को पकड़ा। उसकी निशानदेही पर साले सोनू अंबरसरिया और खेमकरन के मेहंदीपुर के जगरूप सिंह को पकड़ा। पुलिस को शक है कि अमृतसर में हमलावरों को ठहराया गया। यहीं उन्हें रूसी RPG मुहैया करवाया गया है। हालांकि इन लोगों की भूमिका के मामले में पुलिस ने अभी तक कोई खुलासा नहीं किया है।
पाकिस्तान बैठा रिंदा मास्टरमाइंड
इस पूरे मामले में पाकिस्तान बैठे खालिस्तानी आतंकियों से जुड़े गैंगस्टर हरविंदर सिंह रिंदा का नाम सामने आ रहा है। पुलिस को शक है कि निशान सिंह और जगरूप सिंह कुछ वक्त पहले तक जेल में थे। इसी दौरान वह रिंदा गैंग के गैंगस्टरों के संपर्क में आए। इसके बाद वह हमलावरों को हथियार मुहैया करवाने और पनाह देने की साजिश में शामिल हुए। हमलावरों के स्विफ्ट कार से हमला करने के बाद अंबाला की तरफ भागने का पता चला है।