
छत्तीसगढ़ के महासमुंद जिले में बाल संप्रेक्षण गृह से चार नाबालिग कैदी गुरुवार रात फरार हो गए। इन चारों आरोपियों पर रेप, चोरी और गांजा तस्करी के मामले दर्ज हैं। जानकारी के अनुसार, फरार होने से पहले उन्होंने सो रहे नगर सैनिक और अटेंडेंट पर पत्थर से हमला किया और फिर मेन गेट की चाबी छीनकर भाग निकले।
घटना का विवरण
गुरुवार रात एक से दो बजे के बीच चारों अपचारी बालक संप्रेक्षण गृह से फरार हुए। हमले के दौरान नगर सैनिक संजय मिश्रा और अटेंडेंट गोपाल चंद्रा को गंभीर चोटें आईं। उन्हें तुरंत मेडिकल कॉलेज भेजा गया, जहां उनकी स्थिति को देखते हुए रायपुर रेफर कर दिया गया।
पुलिस ने फरार चारों अपचारियों की तलाश शुरू कर दी है। इनमें से दो गरियाबंद जिले, एक बलौदाबाजार और एक महासमुंद जिले का निवासी है। पिछले तीन वर्षों में इस संप्रेक्षण गृह से 20 बाल अपचारी भाग चुके हैं, जिनमें से केवल चार को ही पकड़ा जा सका है।
विभागीय लापरवाही की बातें
यह घटना विभागीय देखरेख की कमी और नियमित मॉनिटरिंग के अभाव का संकेत देती है। अधिकारियों के अनुसार, वर्तमान में शासकीय बाल संप्रेक्षण गृह में 28 अपचारी बालक रखे गए हैं। महिला और बाल विकास विभाग तथा किशोर न्याय बोर्ड के अधिकारियों ने इस मामले में कोई आधिकारिक बयान नहीं दिया है।
इस घटनाक्रम ने कई सवाल खड़े कर दिए हैं, खासकर बाल सुरक्षा और सुधारात्मक प्रक्रियाओं की प्रभावशीलता पर। पुलिस और संबंधित विभागों द्वारा इस मामले की जांच जारी है।