रायपुर: प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने महादेव बेटिंग ऐप मामले में बड़ी कार्रवाई करते हुए 387.99 करोड़ रुपये की अतिरिक्त संपत्ति जब्त की है। यह कार्रवाई मनी लॉन्ड्रिंग निरोधक अधिनियम (PMLA) के तहत की गई है।
कहां से जब्त की गई संपत्ति?
जब्त की गई संपत्तियों में चल और अचल दोनों तरह की संपत्तियां शामिल हैं। इनमें मौरीशस स्थित कंपनी, टानो इन्वेस्टमेंट ऑपर्च्युनिटीज फंड द्वारा फॉरेन पोर्टफोलियो इन्वेस्टमेंट और प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (FDI) के जरिए हरी शंकर तिब्रेवाल से जुड़े निवेश भी शामिल हैं। इसके अलावा, छत्तीसगढ़, मुंबई और मध्य प्रदेश में स्थित अचल संपत्तियां भी जब्त की गई हैं। ये सभी संपत्तियां महादेव ऑनलाइन बेटिंग ऐप के प्रमोटरों, पैनल ऑपरेटरों और उनके सहयोगियों के नाम पर पाई गई हैं।
महादेव बेटिंग ऐप क्या है?
महादेव ऑनलाइन बुक एक अवैध सट्टेबाजी प्लेटफॉर्म है। यह प्लेटफॉर्म नए यूजर्स को साइन अप करने, यूजर आईडी बनाने और फर्जी बैंक खातों के जरिए धन शोधन करने का काम करता था।
अब तक कितनी संपत्ति जब्त की गई?
इस मामले में ईडी ने अब तक कुल 2295.61 करोड़ रुपये की संपत्ति जब्त की है। इसमें नकदी, कीमती सामान, बैंक बैलेंस और सिक्योरिटीज शामिल हैं।
अन्य कार्रवाई
ईडी ने इस मामले में अब तक 11 लोगों को गिरफ्तार किया है और PMLA कोर्ट में चार अभियोजन शिकायतें दायर की हैं। मामले की जांच अभी भी जारी है।