
छत्तीसगढ़. अंतरराष्ट्रीय मजदूर दिवस के मौके पर छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने मजदूर वर्ग के लोगों के साथ रायपुर में दोपहर का भोजन किया. सीएम ने कहा कि, आज हमारा सौभाग्य है कि हमें यहां श्रमिकों के बीच आने का मौका मिला. हमने उनके साथ भोजन किया और उनसे बात भी की. इस दौरान भाजपा पॉलिसी रिसर्च टीम के उज्ज्वल दीपक और भाजपा विधायक दल के सचिव आशुतोष सुरेंद्र दुबे विशेष रूप से उपस्थित थे.
छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने कहा, ‘आज 1 मई है, आज मजदूर दिवस है. मैं छत्तीसगढ़ के सभी लोगों को मजदूर दिवस की बधाई देता हूं और शुभकामनाएं देता हूं. आज हमारा सौभाग्य है कि, हमें यहां श्रमिकों के बीच आने का मौका मिला. यहां श्रमिकों को हर दिन 5 रुपये में भरपेट भोजन मिलता है और इसकी शुरुआत डॉ. रमन सिंह ने की थी जब भारतीय जनता पार्टी की सरकार थी और यह आज भी जारी है सुबह खाना खाओ और जहां भी काम मिले वहां चले जाओ.
इंटरनेशनल लेबर डे की शुरुआत कैसे हुई :
अंतर्राष्ट्रीय मजदूर दिवस की शुरुआत अमेरिका में 19वीं सदी में हुई थी. 1 मई 1886 को पूरे अमेरिका में एक दिन में 8 घंटे काम करने के लिए पूरे देश में हड़ताल की गई थी. यह हड़ताल शिकागो की हेमार्केट अफेयर में खत्म हुई थी और विरोध हिंसा में परिवर्तित हो गया था. एक बम विस्फोट में 7 पुलिस वालों और 4 नागरिकों की मौत हो गयी थी. यह विरोध बहुत ही शांतिपूर्ण तरीके से हो रहा था पर बम फटने के बाद वहां विरोध हिंसात्मक हो गया. 1889 में यूरोप में सोशलिस्ट पार्टी आई और उन्होंने तय किया की 1 मई को इंटरनेशनल लेबर डे मनाया जाएगा. तब से आज तक 1 मई को अंतर्राष्ट्रीय मजदूर दिवस मनाया जा रहा है.