
रायगढ़. जंगली मुर्गा का शिकार करने के आरोप में प्रकरण बनाने का भय दिखाकर ग्रामीण से चढ़ावा लेना डिप्टी रेंजर को महंगा पड़ गया. इस मामले में हुई शिकायत के बाद एसीबी ने डिप्टी रेंजर को रिश्वत लेते हुए पकड़ा है.
मिली जानकारी के अनुसार ग्राम कुर्मीभवना निवासी जगमोहन मांझी झाड़फूंक का काम करता है. पिछले दिनों झाड़फूंक कर जंगल से वापस लौट रहा था. वहां उसे घरघोड़ा के डिप्टी रेंजर मिलन भगत मिला और जंगली मुर्गा मारने के केस में जेल भेजने का डर दिखाकर 8 हजार रुपए की मांग की. जगमोहन मांझी ने डर से मौके पर 3 हजार रुपए दे दिया था. वहीं शेष 5 हजार और देना था. बाद में इस मामले को लेकर जगमोहन मांझी ने एसीबी में शिकायत की. एसीबी ने शिकायत की पुष्टी करने के बाद कार्रवाई के लिए कार्ययोजना तैयार की. इसी कड़ी में शुक्रवार को जगमोहन मांझी डिप्टी रेंजर को शेष रकम देने के लिए संपर्क किया और पीडब्ल्यूडी के रेस्ट हाऊस में डिप्टी रेंजर से मुलाकात कर शेष राशि 5 हजार रुपए दे रहा था, तभी एसीबी की टीम ने वहां दबिश दी और डिप्टी रेंजर को रुपए लेते हुए रंगे हाथों पकड़ लिया. एसीबी की टीम ने डिप्टी रेंजर के खिलाफ प्रकरण बनाकर उसे गिरफ्तार कर लिया है.
होंगे निलंबित
एसीबी द्वारा की गई कार्रवाई की जानकारी विभाग को मिल चुकी है, विभागीय अधिकारियों ने इसकी पुष्टि भी की है. जेल दाखिल होने के बाद पुलिस से सूचना मिलने पर विभाग के द्वारा संबंधित को निलंबित किया जाएगा.
बना है चर्चा का विषय
घरघोड़ा में एसीबी की उक्त कार्रवाई चर्चा का विषय बना हुआ है. वहीं लोगों के बीच हो रही चर्चा में यह भी बताया जा रहा है कि उक्त डिप्टी रेंजर की शिकायत लंबे समय से चल रही थी. हालांकि इस शिकायत में कुछ पर कार्रवाई हुई, लेकिन वह महज खानापूर्ति ही रही.
घरघोड़ा डिप्टी रेंजर पर एसीबी द्वारा की गई कार्रवाई की जानकारी मिली है.
स्टायलो मंडावी, डीएफओ, रायगढ़ वन मंडल