
रायपुर, भारतीय जनता पार्टी (भा.ज.पा.) के प्रवक्ता उज्जवल दीपक ने राज्य में कांग्रेस शासनकाल के दौरान हुई सभी भर्ती परीक्षाओं की सीबीआई जांच की मांग की है। उन्होंने खासकर पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की पुत्री के 2019 सहायक प्राध्यापक (वाणिज्य) परीक्षा में चयन की भी जांच करने का आग्रह किया है।
भूपेश बघेल की पुत्री का चयन और जांच की मांग
दीपक ने मुख्यमंत्री को ज्ञापन सौंपते हुए कहा कि पीएससी धांधली की जांच के बाद कई घोटालेबाजों को गिरफ्तार किया गया है, जिसके लिए उन्होंने मुख्यमंत्री का धन्यवाद किया। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि कांग्रेस शासनकाल में राज्य के युवाओं को पीएससी और व्यापमं जैसी परीक्षाओं के माध्यम से धोखा दिया गया। उनका कहना है कि इन परीक्षाओं में अधिकारियों और राजनेताओं के बच्चों के चयन के लिए धांधली की गई है।
सीबीआई जांच की मांग
दीपक ने मांग की है कि:
राज्य में 2018 से 2023 तक सभी परीक्षाओं और सरकारी भर्तियों की सीबीआई जांच की जाए।
पीएससी 2021-2022 के परिणाम रद्द किए जाएं और सभी नियुक्तियां रद्द की जाएं।
सीजीपीएससी के तात्कालिक अध्यक्ष, परीक्षा नियंत्रक, और भ्रष्टाचार से चयनित अधिकारियों का नार्को परीक्षण कराया जाए।
पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की पुत्री का सहायक प्राध्यापक वाणिज्य (उ.शि.वि) परीक्षा 2019 में चयन की जांच हो।
सीबीआई जांच का दायरा बढ़ाने का सुझाव
उज्जवल दीपक ने यह भी कहा कि जो सीबीआई जांच फिलहाल चल रही है, उसका दायरा बढ़ाकर सभी परीक्षाओं और भर्तियों को इस जांच में शामिल किया जा सकता है। उन्होंने यह भी कहा कि साल 2024 में आयोजित पीएससी परीक्षा की पारदर्शिता को लेकर युवा अभ्यर्थी आशान्वित हैं, और उनके बीच सुशासन के कारण खुशी का माहौल है।