Baloda Bazar Violence: बलौदाबाजार में हुई हिंसा ने अब राजनीति कलह का रूप ले लिया है, मंगलवार को सरकार के तीन मंत्रियों ने पत्रकारवार्ता कर हिंसा के लिए कांग्रेस को जिम्मेदार ठहराया है। वहीं छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने भी बड़ा आरोप लगाते हुए हिंसा के पीछे सरकार के खुफिया विभाग को फेल्योर बताते हुए मुख्यमंत्री इस्तीफा देने की मांग की है।
मंच पर बैठे हुए लोगों ने भड़काया था: मंत्री दयाल दास बघेल
मंगलवार की शाम सर्किट हाउस में मंत्री दयाल दास बघेल, मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल और मंत्री टंकराम वर्मा ने एक पत्रकारवार्ता की। जिसमे मंत्री बघेल ने कहा था, (Baloda Bazar Violence) सतनामी समाज की तरफ से कार्यक्रम किया गया था। ऐसे में उस मंच पर भिलाई नगर के विधायक देवेन्द्र यादव का ऐसा क्या काम था। मंच में वो बैठे रहे और सबको भड़ाने का काम किया।
बिलाईगढ़ की विधायक कविता प्राण लहरे और पूर्व मंत्री गुरु रुद्रकुमार भी इस मंच पर आसित थे। सतनामी समाज एक शांतप्रिय समाज है। ऐसे तोड़फोड़ की घटना उनकी ओर से नहीं की जा सकती, लेकिन कुछ लोगों ने सामने आकर लोगों को अंदर से भड़काते हुए इस भयानक घटना को अंजाम दिया है। अपनी हार को कांग्रेस पार्टी पचा नहीं पा रही है और इस प्रकार से वह घटना को अंजाम देने की कोशिश कर रही है।
इतनी बड़ी हिंसा छत्तीसगढ़ में पहले कभी नहीं हुई : बघेल
पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने भी बलौदबाजार में हुई हिंसा पर बात करते हुए सरकार पर जमकर हमला बोला है। बघेल ने दिल्ली से लौटने के बाद कहा, छत्तीसगढ़ की यह इस तरह की पहली घटना है। मैं समझता हूं कि इस तरह की घटना पूरे देश में नहीं हुई होगी। पूरा कलेक्टर और एसपी कार्यालय आग में फुक दिया गया हो। कलेक्टर-एसपी (Baloda Bazar Violence) के वाहन के साथ ही साथ अधिकारियों, कर्मचारियों और आम नागरिक के वाहन भी जलकर पूरी तरह से खाख हो गए।