
न्यूज़ डेस्क : चुनाव आयोग ने सोमवार को देश के 5 राज्यों राजस्थान, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, तेलंगाना और मिजोरम में विधानसभा चुनावों की तारीखों का ऐलान कर दिया। छत्तीसगढ़ को छोड़ सभी राज्यों में एक चरण में मतदान होगा। चुनावी माहौल में प्रत्याशियों की सूची जारी करने में बीजेपी आगे चल रही है। वही कांग्रेस में लगातार बैठकों का दौर जारी है। दूसरी सूची में कई नाम हैरान करने वाले थे। आपको बता दे की कुछ समय पहले छत्तीसगढ़ में भानुप्रतापपुर में उपचुनाव हुए थे। जिसमे बीजेपी ने ब्रह्मानंद नेताम पर पार्टी ने भरोसा जताया लेकिन उन्हें हार का सामना करना पड़ा था। जिसके बाद अब इस सीट से गौतम उईके पर भरोसा किया है।
छत्तीसगढ़ में सत्ता की चाबी महिलाओं के पास हैं। चुनाव आयोग की तरफ से दिए गए आंकड़ों के मुताबिक राज्य में कुल 2.03 करोड़ वोटर हैं। इस राज्य में भी महिला वोटर पुरुषों पर भारी हैं। राज्य भर में महिला वोटरों की संख्या जहां 1.02 करोड़ हैं। वहीं, पुरुष वोटरों की संख्या 1.01 करोड़ हैं। जबकि 7.23 लाख मतदाता पहली बार वोट देंगे। ऐसे में यह तय है कि छत्तीसगढ़ में महिला वोटर ही पार्टियों की किस्मत तय करेंगी।
छत्तीसगढ़ के भानुप्रतापपुर विधानसभा क्षेत्र के लिए उपचुनाव हुए थे। जिसमे सत्ताधारी दल कांग्रेस ने जीत दर्ज की है। समाचार एजेंसी पीटीआइ के मुताबिक, वर्ष 2018 में कांग्रेस की सरकार बनने के बाद से उपचुनावों में पार्टी की यह लगातार पांचवीं जीत थी। जानकारी के मुताबिक कांग्रेस की उम्मीदवार सावित्री मंडावी ने अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी भाजपा के ब्रह्मानंद नेताम को 21,171 मतों के अंतर से हराया था।
आपको बता दे की नेताम साल 2008 में भी भानुप्रतापपुर से विधायक रह चुके हैं। उन्होंने दिवंगत नेता मनोज मंडावी को ही चुनाव हराया था। 11 मई 1973 में जन्मे ब्रह्मानंद नेताम आदिवासी गोंड जनजाति से हैं,और भानुप्रतापपुर के विकासखंड चारामा के कसावाही गांव के रहने वाले हैं।ब्रह्मानंद नेताम ने दिवंगत कांग्रेस के मनोज मंडावी को साल 2008 के विधानसभा चुनाव में 15 हजार मतों से परास्त किया था। जिसके बाद वो सक्रिय नेता के रूप में लगातार भानुप्रतापपुर विधानसभा में काम कर रहे हैं।
उन्होंने 2005 में अपने राजनीतिक जीवन की. पहले वो भानुप्रतापपुर के कसावाही गांव के सरपंच बने. इसके बाद बीजेपी के चारामा मंडल के अध्यक्ष बने। उन्होंने 2008 में हुए विधानसभा चुनाव 15469 मतों में जीत हासिल की और यहां के विधायक बने. नेताम साल 2010 से 2013 तक बीजेपी राष्ट्रीय युवा मोर्चा के कार्यकारिणी के सदस्य और बीजेपी मजदूर संगठन में राष्ट्रीय मंत्री रहे. इसके अलावा वो वर्तमान में बीजेपी आदिवासी मोर्चा के प्रदेश उपाध्यक्ष के पद पर हैं।