गोवा. घरेलू और अंतर्राष्ट्रीय पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए सरकार क्रूज पर्यटन को बढ़ावा देगी. इसके लिए सरकार चार अंतर्राष्ट्रीय क्रूज कंपनियों के साथ समझौता कर रही है. सरकार हरित पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए पर्यटन उद्योग से प्लास्टिक को खत्म करने की रणनीति को भी अंतिम रूप दे रही है.
जी-20 देशों की पर्यटन कार्यसमूह की बैठक में क्रूज पर्यटन पर चर्चा हुई. सदस्य देशों ने क्रूज पर्यटन को लेकर अपने अनुभव एक-दूसरे से साझा किए. पर्यटन मंत्रालय का कहना हैं कि घरेलू क्रूज पर्यटन 2041 तक 40 लाख पर्यटको तक पहुंचने की उम्मीद है. अभी यह पांच लाख है.
नदी क्रूज पर्यटन नए युग की शुरुआत केंद्रीय पर्यटन मंत्री जी किशन रेड्डी ने कहा कि भारत में क्रूज पर्यटन की काफी संभावनाएं है. नदी क्रूज पर्यटन के एक नए युग की शुरुआत है. उन्होंने कहा कि सरकार इस साल के अंत तक चयनित बंदरगाहों पर घरेलू और अंतर्राष्ट्रीय क्रूज टर्मिनल बना रही है. प्लेन संचालन को सक्षम करने के लिए 16 स्थानों पर वाटरड्रोम विकसित किए जा रहे हैं. क्रूज पर्यटन के साथ पर्यटन उद्योग से प्लास्टिक का उपयोग कम से कम करने पर चर्चा हुई. इसके लिए पर्यटन मंत्रालय ने संयुक्त राष्ट्र की एजेंसियों सहित इस क्षेत्र में काम कर रहीं घरेलू एजेंसियों से भी तालमेल किया है. मंत्रालय की कोशिश ‘सिंगल यूज’ प्लास्टिक को पर्यटन उद्योग से पूरी तरह मुक्त करना है. जी-20 देशों के प्रतिनिधियों ने भी हरित पर्यटन को लेकर अपने सुझाव साझा किए.
मुंबई-गोवा में नवंबर तक क्रूज टर्मिनल कोच्चि पोर्ट ट्रस्ट की अध्यक्ष एम बीना ने कहा कि मुंबई और गोवा में क्रूज टर्मिनल इस साल नवंबर तक तैयार हो जाएंगे.