
नई दिल्ली . प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने ऑनलाइन गेमिंग के नाम पर धन का हेर-फेर करने वाली कंपनियों के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की है. प्रवर्तन निदेशालय ने दूसरे देशों में पंजीकृत और भारत में संचालित ऑनलाइन गेमिंग कंपनियों और वेबसाइटों के खिलाफ बड़ी कार्रवाई करते हुए दिल्ली और चार अन्य राज्यों में 25 जगहों पर छापे मारे हैं. छापेमारी के दौरान ईडी ने कहा कि कार्रवाई में इन कंपनियों की ओर से अवैध तरीके से 4,000 करोड़ रुपये विदेश भेजे जाने का पता चला है.
ईडी ने कहा, विदेशी मुद्रा विनिमय प्रबंधन अधिनियम (फेमा) की विभिन्न धाराओं के तहत कई राज्यों में कंपनियों के ठिकाने तलाशे गए. छापेमारी में ऑनलाइन गेमिंग कंपनियों से जुड़े 55 बैंक खातों को जब्त किया गया, जिसमें 19.55 लाख रुपये और 22,600 डॉलर की नकदी पकड़ी गई.
जांच एजेंसी ने दिल्ली, गुजरात, महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश और आंध्र प्रदेश स्थित 25 ठिकानों पर गत 22-23 मई को तलाशी अभियान चलाया था. इस दौरान पता चला कि ये गेमिंग कंपनियां और वेबसाइट कराकाव, माल्टा और साइप्रस जैसे छोटे द्वीपीय देशों में पंजीकृत थीं. हालांकि, इन सभी कंपनियों का ताल्लुक भारत में फर्जी नाम से खोले गए ऐसे खातों से था, जिनका ऑनलाइन गेमिंग से कोई नाता नहीं है. ईडी ने साफ किया कि फेमा कानून, 1999 के तहत रेसिंग, घुड़सवारी या किसी भी अन्य शौक से अर्जित आय को विदेश नहीं भेजा जा सकता है.
घूम-फिरकर विदेश जा रहे पैसे ईडी ने कहा, ऑनलाइन गेमिंग के जरिये आम लोगों से जुटाई गई रकम को विभिन्न बैंक खातों में घुमा-फिराकर विदेश भेजा जा रहा था. सेवाओं और उत्पादों के आयात को इस धनप्रेषण का मकसद बताया जाता था. आयात के एवज में किए जाने वाले भुगतान के नाम पर करीब चार हजार करोड़ रुपये विदेश भेज दिए गए. ईडी ने बताया कि गेमिंग कंपनियों से जुड़े कुछ लोगों ने अपने कर्मचारियों के नाम पर सैकड़ों कंपनियां खोल रखी थीं. इनकी आड़ लेकर ऑनलाइन गेमिंग से अर्जित आय को विदेश भेजा जा रहा था.