
बिहार लोक सेवा आयोग (BPSC) ने खान ग्लोबल स्टडीज के संचालक खान सर को एक लीगल नोटिस भेजा है। यह नोटिस उनके द्वारा नॉर्मलाइजेशन प्रक्रिया के खिलाफ दिए गए बयान और आयोग पर गंभीर आरोप लगाने के लिए भेजा गया है।
क्या है मामला?
2024 में BPSC की 70वीं प्रारंभिक परीक्षा में नॉर्मलाइजेशन लागू करने के खिलाफ छात्रों ने पटना में विरोध प्रदर्शन किया था। इस दौरान खान सर ने प्रदर्शन में शामिल होकर छात्रों का समर्थन किया और नॉर्मलाइजेशन के खिलाफ बयान दिए। उन्होंने कहा था, “हम किसी भी कीमत पर नॉर्मलाइजेशन लागू नहीं होने देंगे।”
BPSC का आरोप
BPSC ने आरोप लगाया है कि खान सर ने बिना किसी प्रमाण के आयोग पर गलत आरोप लगाए। उन्होंने आयोग को “चोर” कहा और छात्रों को उकसाने वाली भाषा का इस्तेमाल किया। इसके अलावा, खान सर ने कहा था कि “आयोग की सीटें बेची जा रही हैं,” जो बिना प्रमाण के किया गया दावा है।
लीगल नोटिस में क्या कहा गया?
BPSC ने अपने नोटिस में कहा कि खान सर ने:
- गलत और भ्रामक जानकारी दी।
- छात्रों को आयोग के खिलाफ भड़काने की कोशिश की।
- आयोग और उसके अधिकारियों के खिलाफ अपमानजनक भाषा का इस्तेमाल किया।
नोटिस में कुछ विवादास्पद बयान भी दर्ज किए गए हैं, जैसे:
- “बकलोल कहिका,”
- “कोढ़ फूट जाएगा,”
- “आयोग का पूरा मिलिभगत है,”
- “सारी सीटें बेच दी जाएंगी।”
जवाब नहीं देने पर कार्रवाई
BPSC ने खान सर से इन बयानों पर स्पष्टीकरण मांगा है। अगर वे समय पर जवाब नहीं देते, तो उनके खिलाफ आईटी एक्ट और अन्य कानूनी धाराओं के तहत मामला दर्ज किया जा सकता है।
खान सर पर अफवाह फैलाने का आरोप
BPSC का कहना है कि खान सर ने बिना जांच-पड़ताल किए अफवाहें फैलाईं, जिससे छात्रों को भ्रम हुआ और आयोग की छवि खराब हुई।