
Prashant Kishor arrest: बिहार लोक सेवा आयोग (बीपीएससी) की 70वीं पीटी परीक्षा को रद्द करने की मांग पर जारी विरोध प्रदर्शन में जन सुराज के नेता प्रशांत किशोर (पीके) गिरफ्तार हो गए हैं। पुलिस ने उन्हें सोमवार सुबह करीब 3:45 बजे गांधी मैदान से हिरासत में लिया। फिलहाल, उन्हें नौबतपुर के पिपलावां थाने में रखा गया है और जल्द ही कोर्ट में पेश किया जाएगा।
Prashant Kishor arrest: क्या हुआ?
प्रशांत किशोर अनशन पर थे, जब पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार किया। जन सुराज का आरोप है कि इस दौरान पुलिस ने पीके को थप्पड़ मारा और जबरदस्ती अनशन स्थल से उठाकर पटना एम्स ले गई। एम्स के बाहर पीके के समर्थकों और पुलिस के बीच झड़प हुई। हालात संभालने के लिए गांधी मैदान के सभी गेट बंद कर दिए गए।
राज्यव्यापी प्रदर्शन का ऐलान
जन सुराज ने इस घटना के विरोध में आज पूरे बिहार में प्रदर्शन करने की घोषणा की है। वहीं, बीपीएससी परीक्षा में धांधली को लेकर महागठबंधन ने भी आज बिहार भर में “प्रतिरोध मार्च” निकालने का ऐलान किया है। आरजेडी और अन्य सहयोगी दलों की छात्र इकाइयां सभी जिलों में प्रदर्शन करेंगी।
क्या है मामला?
13 दिसंबर को हुई बीपीएससी 70वीं पीटी परीक्षा के बाद धांधली के आरोप लगे, जिससे छात्र सड़कों पर उतर आए। पटना के गर्दनीबाग में धरना दे रहे छात्रों पर पुलिस ने दो बार लाठीचार्ज किया, जिससे मामला और गरमा गया। इस मुद्दे पर प्रशांत किशोर, तेजस्वी यादव और पप्पू यादव जैसे नेता छात्रों के समर्थन में आ गए।
सियासी बयानबाजी तेज
प्रशांत किशोर की गिरफ्तारी पर राजनीति गरमा गई है। बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष दिलीप जायसवाल ने कटाक्ष करते हुए कहा, “पीके की राजनीति खत्म हो रही है। ऐसे लोग आते-जाते रहते हैं। खिसियानी बिल्ली खंभा नोचे।”
जन सुराज का दावा
जन सुराज पार्टी का आरोप है कि पुलिस पीके को एंबुलेंस में लेकर पटना के आसपास घूम रही है और एम्स में भर्ती नहीं करा पाई।