
दिल्ली के महरौली से आम आदमी पार्टी (AAP) के विधायक नरेश यादव ने अचानक विधानसभा चुनाव से खुद को बाहर कर लिया। नरेश यादव ने खुद ट्वीट करके इस बात की जानकारी दी, जिसके बाद पार्टी ने महरौली सीट से नया उम्मीदवार घोषित कर दिया।
नरेश यादव का चुनाव लड़ने से मना करने का कारण
नरेश यादव ने अपने ट्वीट में कहा कि वे 12 साल पहले अरविंद केजरीवाल की ईमानदारी से प्रेरित होकर आम आदमी पार्टी से जुड़े थे। उन्होंने बताया कि पार्टी ने उन्हें बहुत कुछ दिया, लेकिन फिलहाल वे चुनाव नहीं लड़ेंगे। उन्होंने कहा कि जब तक वे कोर्ट से पूरी तरह बरी नहीं हो जाते, तब तक चुनाव में भाग नहीं लेंगे।
उनका कहना था कि उन पर राजनीति के कारण झूठे आरोप लगाए गए हैं और वे निर्दोष हैं। नरेश यादव ने पार्टी से यह भी अनुरोध किया कि वे चुनाव लड़ने से मुक्ति पाएं। उन्होंने यह भी कहा कि वे महरौली के लोगों की सेवा करते रहेंगे और पार्टी की मदद से दिल्ली में केजरीवाल को फिर से मुख्यमंत्री बनवाने की कोशिश करेंगे।
कुरान बेअदबी मामला और सजा
नरेश यादव का नाम तब विवादों में आया था जब उन्हें पंजाब के मलेरकोटला जिले में कुरान की बेअदबी के आरोप में दोषी ठहराया गया। 29 नवंबर 2026 को अदालत ने उन्हें दो साल की सजा और 11,000 रुपये का जुर्माना भी लगाया था। इस मामले में उन्हें आईपीसी की धारा 295A (धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने) और 153A (समूहों के बीच शत्रुता को बढ़ावा देने) के तहत दोषी ठहराया गया था।
पार्टी का नया फैसला
दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिए आम आदमी पार्टी ने पहले ही 70 सीटों पर अपने उम्मीदवारों का ऐलान किया था। लेकिन नरेश यादव के चुनाव से मना करने के बाद पार्टी ने अपनी पांचवी सूची जारी की और महरौली सीट से महेंद्र चौधरी को उम्मीदवार बना दिया। अब यह देखना दिलचस्प होगा कि महरौली में यह बदलाव कितना प्रभावी होता है और क्या यह चुनावी परिणामों पर असर डालता है।