दिल्ली विधानसभा चुनाव 2025: दिल्ली विधानसभा चुनाव 2025 के लिए तैयारियां जोरों पर हैं। चुनाव आयोग जल्द ही तारीखों की घोषणा करने वाला है। उम्मीद है कि फरवरी 2025 में चुनाव होंगे। सियासी दलों ने मैदान में प्रत्याशी उतारने की प्रक्रिया शुरू कर दी है।
दिल्ली विधानसभा का अंतिम सत्र 5 दिसंबर 2024 को आयोजित हुआ था। इसके बाद चुनाव आयोग 6 जनवरी 2025 को अंतिम मतदाता सूची जारी कर सकता है। अब जानिए दिल्ली की वो 5 विधानसभा सीटें, जहां हमेशा कांटे की टक्कर होती है और सभी की नजरें इन पर टिकी होती हैं।
1. बिजवासन विधानसभा सीट (Bijwasan)
बिजवासन सीट पर पिछले दो चुनावों में आम आदमी पार्टी (AAP) का दबदबा रहा है।
- 2015: AAP के देवेंद्र सेहरावत जीते।
- 2020: AAP के बी.एस. जून ने भाजपा के सतप्रकाश राणा को सिर्फ 753 वोटों से हराया।
- 2025: अब तक किसी भी बड़ी पार्टी ने प्रत्याशी घोषित नहीं किए हैं।
2. लक्ष्मी नगर विधानसभा सीट (Laxmi Nagar)
लक्ष्मी नगर सीट पर दोनों दलों के बीच कड़ी टक्कर होती रही है।
- 2013-2015: AAP ने जीत दर्ज की।
- 2020: भाजपा के अभय वर्मा ने आम आदमी पार्टी के नितिन त्यागी को सिर्फ 880 वोटों से हराया।
- 2025: AAP ने बी.बी. त्यागी को टिकट दिया है। भाजपा और कांग्रेस ने अभी प्रत्याशी घोषित नहीं किए।
3. आदर्श नगर विधानसभा सीट (Adarsh Nagar)
यह सीट AAP के पवन कुमार शर्मा का गढ़ मानी जाती है।
- 2015-2020: AAP के पवन शर्मा ने लगातार दो बार जीत दर्ज की।
- 2020: पवन शर्मा ने भाजपा के राजकुमार भाटिया को 1,589 वोटों से हराया।
- 2025: AAP ने मुकेश गोयल को टिकट दिया है। कांग्रेस ने शिवकांत सिंघल को उतारा है, जबकि भाजपा ने अभी उम्मीदवार की घोषणा नहीं की।
4. कस्तूरबा नगर विधानसभा सीट (Kasturba Nagar)
कस्तूरबा नगर सीट पर तीन बार से AAP के मदन लाल जीतते आ रहे हैं।
- 2013-2020: मदन लाल ने लगातार तीन चुनावों में जीत हासिल की।
- 2020: मदन लाल ने भाजपा के रवींद्र चौधरी को 3,165 वोटों से हराया।
- 2025: कांग्रेस ने अभिषेक दत्त को अपना उम्मीदवार बनाया है। भाजपा और AAP ने अभी प्रत्याशी घोषित नहीं किए।
5. पटपड़गंज विधानसभा सीट (Patparganj)
यह सीट मनीष सिसोदिया का गढ़ रही है।
- 2013-2020: मनीष सिसोदिया ने लगातार तीन बार जीत दर्ज की।
- 2020: सिसोदिया ने भाजपा के रविंद्र सिंह नेगी को 3,207 वोटों के अंतर से हराया।
- 2025: AAP ने Iqra IAS के संस्थापक अवध ओझा को टिकट दिया है। कांग्रेस ने अनिल चौधरी को मैदान में उतारा है, जबकि भाजपा ने अब तक प्रत्याशी की घोषणा नहीं की है।