बीजापुर: केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने बीजापुर जिले के गुंडम गांव में महुए के पेड़ के नीचे चारपाई पर बैठकर स्कूली बच्चों और ग्रामीणों से सीधी बातचीत की। इस दौरान उन्होंने ग्रामीणों को सरकारी योजनाओं की जानकारी दी और उनके विकास के बारे में बात की।
गुंडम गांव में एक नया बदलाव
अमित शाह ने अपनी दो दिवसीय बस्तर यात्रा के दूसरे दिन गुंडम गांव का दौरा किया, जो एक साल पहले तक नक्सलियों का गढ़ हुआ करता था। उस समय सुरक्षाबल भी इस इलाके में प्रवेश करने से डरते थे, क्योंकि यहां नक्सलियों की ‘जनताना सरकार’ चलती थी। लेकिन अब स्थितियां बदल चुकी हैं। अब यह इलाका पूरी तरह से सुरक्षाबलों के कब्जे में है, और विकास की ओर बढ़ रहा है।
विकास के नए वादे
गृहमंत्री ने ग्रामीणों से वादा किया कि एक साल के भीतर यहां सभी के लिए पक्के मकान बनाए जाएंगे और सभी जरूरी सुविधाएं मुहैया कराई जाएंगी। उन्होंने कहा, “अब गुंडम में कोई डर की बात नहीं है। नक्सली इस इलाके को छोड़ रहे हैं, और हम 2026 तक उन्हें पूरी तरह समाप्त कर देंगे।”
ग्रामीणों के लिए सुरक्षा और सहायता
अमित शाह ने बताया कि अब गुंडम में जवानों का कैम्प स्थापित हो चुका है, जहां लोग अपनी समस्याओं के समाधान के लिए मदद ले सकते हैं। अब गांव में स्वास्थ्य, शिक्षा और अन्य सभी बुनियादी सुविधाएं मिलेंगी। गृहमंत्री ने ग्रामीणों को यह भी भरोसा दिलाया कि वह कभी भी कैम्प जाकर जवानों से सहायता प्राप्त कर सकते हैं।