Delhi: दिल्ली चुनाव से पहले आम आदमी पार्टी (AAP) को एक और बड़ा झटका लगा है। सीलमपुर से विधायक अब्दुल रहमान ने टिकट कटने पर पार्टी से इस्तीफा दे दिया। उन्होंने अरविंद केजरीवाल पर मुसलमानों और वंचित समुदायों की उपेक्षा का आरोप लगाया। रहमान का कहना है कि AAP अब केवल सत्ता की राजनीति में उलझकर वोट बैंक के लिए काम कर रही है, जनता के मुद्दों से नहीं।
मुसलमानों के अधिकारों की अनदेखी का आरोप
रहमान ने पार्टी नेतृत्व को कटघरे में खड़ा करते हुए कहा कि आम आदमी पार्टी ने अल्पसंख्यक समुदायों के अधिकारों को लगातार नजरअंदाज किया है। उन्होंने कहा, “मैं इंसाफ और हक की लड़ाई लड़ता रहूंगा, लेकिन AAP अब उस रास्ते पर नहीं रही, जिस पर इसकी स्थापना हुई थी।”
सीलमपुर से टिकट कटने का कारण
सीलमपुर से अब्दुल रहमान की जगह जुबैर अहमद को प्रत्याशी बनाया गया है, जिसे लेकर रहमान काफी नाराज थे। सूत्रों के मुताबिक, रहमान के कांग्रेस में शामिल होने की संभावना है।
2020 के चुनाव में बड़ी जीत के बावजूद असंतोष
2020 के विधानसभा चुनाव में अब्दुल रहमान ने सीलमपुर सीट पर 36,920 मतों के बड़े अंतर से जीत हासिल की थी। इसके बावजूद, टिकट कटने की वजह से पार्टी के अंदर असंतोष की स्थिति बन गई है।
दिल्ली चुनाव से पहले आम आदमी पार्टी में विद्रोह और इस्तीफे पार्टी की आंतरिक राजनीति और असंतोष को उजागर करते हैं। टिकट वितरण में पारदर्शिता की कमी और समुदायों की उपेक्षा AAP के लिए बड़ा संकट बन सकती है।