शादी में 36 गुण मिलान हिंदू ज्योतिष में विवाह के सामंजस्य और सफलता को सुनिश्चित करने के लिए महत्वपूर्ण माना जाता है। इसे कुंडली मिलान या गुण मिलान कहते हैं।

36 गुण मिलान का उद्देश्य यह पता लगाना है कि दंपति के बीच मानसिक, भावनात्मक और शारीरिक सामंजस्य कितना अच्छा है।

कुंडली मिलान के माध्यम से यह देखा जाता है कि ग्रहों की स्थिति शादी के बाद दंपति के जीवन को कैसे प्रभावित करेगी।

गुण मिलान के अंतर्गत नाड़ी दोष और अन्य दोषों की जांच की जाती है ताकि यह सुनिश्चित हो सके कि दोनों का स्वास्थ्य और दीर्घायु बनी रहे।

कुंडली में नाड़ी और अन्य कारकों की जांच से यह सुनिश्चित किया जाता है कि शादी के बाद संतान सुख में बाधा न आए।

कुंडली के योग से यह भी देखा जाता है कि शादी के बाद आर्थिक स्थिति कैसी होगी और जीवन में स्थिरता बनी रहेगी या नहीं।

दंपति और उनके परिवारों के बीच तालमेल और संबंधों की संभावनाएं भी गुण मिलान से स्पष्ट होती हैं।

यदि कुंडली में कोई दोष पाया जाता है, तो ज्योतिष उपायों के माध्यम से उसे ठीक करने का मार्ग सुझाया जा सकता है।

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