
पटियाला: पंजाब में पराली जलाने की घटनाओं के कारण हवा की गुणवत्ता बेहद खराब हो रही है। प्रदूषण के बढ़ते स्तर ने राज्य सरकार को चिंतित कर दिया है। पराली जलाने को रोकने में नाकाम रहने पर 1,319 पर्यवेक्षकों और अधिकारियों को नोटिस जारी किया गया है। साथ ही आग बुझाने में देरी के लिए 79 अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई शुरू हो चुकी है, जिससे प्रशासन में हड़कंप मच गया है।
एक दिन में 179 जगह जली पराली
बुधवार को राज्य में 179 नई घटनाएं दर्ज की गईं, जिससे इस सीजन में कुल पराली जलाने की संख्या 10,104 हो गई। पराली जलाने की वजह से अमृतसर, जालंधर, लुधियाना, मंडी गोबिंदगढ़ और पटियाला जैसे शहरों का एक्यूआई 300 के पार पहुंच गया, जो बेहद खराब स्थिति दर्शाता है।
जुर्माना और एफआईआर के बावजूद कोई असर नहीं
अब तक किसानों से 1.7 करोड़ रुपये का जुर्माना वसूला गया है। फिरोजपुर और मोगा जिलों में सबसे अधिक जुर्माने लगाए गए हैं। पराली जलाने के मामलों में 4,711 एफआईआर दर्ज की गई हैं, जिनमें से सबसे ज्यादा फिरोजपुर और तरनतारन में दर्ज हुई हैं।
सरकार की चिंता और कार्रवाई
हालांकि भारी जुर्माने और कानूनी कार्रवाई के बावजूद किसानों पर इसका कोई प्रभाव नहीं पड़ रहा। पराली जलाने की समस्या को रोकने के लिए सरकार के सामने कड़े कदम उठाने की चुनौती बनी हुई है।