पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा प्रांत में सोमवार देर रात मौत और खौफ का खेल खेला गया। तिराह घाटी के सन्नाटे को गोलियों और बम धमाकों ने चीर दिया। यहां चलाए गए खुफिया-आधारित ऑपरेशन में 9 आतंकवादी और 8 सुरक्षाकर्मी मारे गए। यह लड़ाई लश्कर-ए-इस्लाम के खिलाफ थी, जिसमें उनके दो बड़े कमांडरों का भी खात्मा कर दिया गया।
सैनिकों का मोर्चा और घायल नागरिक
तीन अलग-अलग मोर्चों पर तैनात सैनिकों ने घंटों तक ऑपरेशन चलाया। इसमें 7 सुरक्षाकर्मी और 6 आतंकवादी घायल हुए। इस भयंकर मुठभेड़ का खामियाजा आसपास के इलाकों के निवासियों को भी भुगतना पड़ा, क्योंकि कई नागरिक भी घायल हो गए।
7 पुलिसकर्मियों का अपहरण
जहां एक तरफ तिराह घाटी में खून बह रहा था, वहीं बन्नू जिले में एक और सनसनीखेज वारदात हुई। हथियारबंद आतंकियों ने वजीर सबडिविजन की एक चेकपोस्ट से 7 पुलिसकर्मियों का अपहरण कर लिया। साथ ही, अपने साथ हथियार और गोला-बारूद भी ले गए।
लूर मौदान की मुठभेड़
शनिवार को अफगानिस्तान की सीमा के करीब लूर मौदान इलाके में आतंकियों के साथ एक और मुठभेड़ हुई। इस संघर्ष में पाकिस्तानी सेना का एक कमांडो और 6 आतंकवादी मारे गए।
भारी गोलीबारी और धमाकों की आवाज़ें इलाके में गूंजती रहीं।
इस क्षेत्र में सक्रिय तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (टीटीपी) ने पहले भी कई बार सुरक्षा बलों को निशाना बनाया है।