धोनी की सबसे बड़ी ताकत उनका शांत रहना है, चाहे परिस्थितियां कितनी भी दबावपूर्ण हों। क्रिकेट के मैदान पर जब बाकी लोग घबराते हैं, धोनी ने हमेशा धैर्य बनाए रखा।

 धोनी का आत्मविश्वास उन्हें हर परिस्थिति में निर्णय लेने में मदद करता है। वे जानते हैं कि जब आप खुद पर विश्वास रखते हैं, तो मुश्किलें छोटी लगने लगती हैं।

धोनी ने साबित किया कि अच्छा लीडर वही है जो टीम के हर सदस्य को सम्मान दे और उन्हें अपनी भूमिका में बेहतरीन प्रदर्शन करने का अवसर दे।

धोनी ने अपने खेल में समय-समय पर बदलाव किए, अपनी रणनीतियों को बदला और खुद को नए रूप में ढाला, चाहे वो बल्लेबाजी हो या कप्तानी।

धोनी ने कभी हार को निराशा का कारण नहीं बनने दिया। उन्होंने हर विफलता से कुछ नया सीखा और आगे बढ़ते गए।

धोनी ने हमेशा अपने लक्ष्य पर ध्यान केंद्रित किया। उन्होंने कभी भी अपने उद्देश्य से भटकने नहीं दिया, चाहे सफलता मिली हो या असफलता।

धोनी ने अपनी सफलता के बावजूद हमेशा सादगी बनाए रखी। उन्होंने कभी अपनी सफलता को घमंड का कारण नहीं बनाया और हमेशा जमीन से जुड़े रहे।

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