सोना चांदी के मामलों में कमोडिटी विशेषज्ञों का मानना है कि सोने में मौजूदा तेजी, वैश्विक अनिश्चितता और औद्योगिक मांग को देखते हुए मध्यम से लंबी अवधि में सोने की तुलना में चांदी का प्रदर्शन बेहतर रहेगा। पिछले साल धनतेरस से तुलना करें तो चांदी रिटर्न देने के मामले में सोने से आगे रही है। इस अवधि में चांदी ने 40.5 फीसदी का रिटर्न दिया है, जबकि सोने ने करीब 34 फीसदी मुनाफा बनाया है।
छू सकती है 1.30 लाख रुपये का स्तर
केडिया एडवाइजरी के निदेशक अजय केडिया ने कहा, अगले दो-तीन वर्षों की अवधि के लिए चांदी को लेकर धारणा मजबूत है। आपूर्ति में गिरावट, फोटोवोल्टिक्स एवं ई-वाहन जैसे क्षेत्रों से बढ़ती औद्योगिक मांग और कई देशों में तनाव के कारण चांदी दो-तीन वर्षों में वैश्विक बाजार में 70 डॉलर प्रति औंस के पार निकल सकती है।
अगले एक साल की बात करें तो एमसीएक्स चांदी 1.30 लाख का स्तर छू सकती है, जबकि सोना 85,000 के करीब पहुंच सकता है। केडिया ने कहा, निकट भविष्य में सोने में अच्छी तेजी रहेगी, लेकिन 2025 की दूसरी छमाही में निवेशक सतर्कता बरत सकते हैं।