
दिल्ली : भारत के न्यायिक इतिहास में एक नया अध्याय जुड़ने जा रहा है। 11 नवंबर को, जस्टिस संजीव खन्ना देश के 51वें मुख्य न्यायाधीश के रूप में शपथ ग्रहण करेंगे, जो उनके लिए एक सम्मानजनक और ऐतिहासिक जिम्मेदारी होगी। वर्तमान CJI डीवाई चंद्रचूड़ की ओर से उत्तराधिकारी के रूप में उनकी सिफारिश की गई थी, जो 10 नवंबर को सेवानिवृत्त हो रहे हैं।
केंद्रीय कानून मंत्री अर्जुन राम मेघवाल ने इस महत्वपूर्ण नियुक्ति की जानकारी साझा की और बताया कि राष्ट्रपति ने संविधान द्वारा प्रदत्त शक्तियों का प्रयोग करते हुए जस्टिस खन्ना की इस पद पर नियुक्ति की है। जस्टिस खन्ना का मुख्य न्यायाधीश के रूप में कार्यकाल भले ही केवल 6 महीने का होगा, लेकिन यह समय उनकी विरासत को और सशक्त बनाएगा। वे 13 मई 2025 को सेवानिवृत्त होंगे।
दिल्ली में 14 मई 1960 को जन्मे जस्टिस संजीव खन्ना न्यायिक परंपरा से गहरे जुड़े हुए हैं। उनके पिता, देवराज खन्ना, दिल्ली हाई कोर्ट के न्यायाधीश रहे हैं। 1983 में दिल्ली बार काउंसिल में पंजीकरण के साथ ही उन्होंने तीस हजारी कोर्ट से वकालत की शुरुआत की थी। जस्टिस खन्ना ने 14 वर्षों तक दिल्ली हाई कोर्ट में सेवाएं दीं और 2019 में उन्हें सुप्रीम कोर्ट में पदोन्नत किया गया।