नई दिल्ली. बेंगलुरू टेस्ट में जीत का जश्न मना रहे न्यूजीलैंड के बल्लेबाजों की खुशी ज्यादा देर तक नहीं टिकी। पुणे की टर्निंग पिच पर भारतीय स्पिनरों ने उन्हें ऐसा घुमाया कि पूरा खेल ही पलट गया। पहले टेस्ट में शानदार बढ़त लेने वाली न्यूजीलैंड की टीम दूसरे टेस्ट में बमुश्किल 256 रन बना पाई और अंततः 259 पर सिमट गई। दिलचस्प यह रहा कि एक समय न्यूजीलैंड 3 विकेट पर 197 रन बना चुकी थी, और ऐसा लग रहा था कि टॉस जीतने का फायदा उठाकर वह एक बड़ा स्कोर खड़ा कर लेगी। लेकिन तभी भारतीय स्पिनरों ने अपना जादू दिखाया।
रविचंद्रन अश्विन और वॉशिंगटन सुंदर की शानदार गेंदबाजी ने न्यूजीलैंड की उम्मीदों पर पानी फेर दिया। इन दोनों ने मिलकर विपक्षी टीम के सभी 10 विकेट झटके। यह छठी बार है जब भारतीय स्पिनरों ने टेस्ट मैच की पहली पारी में विपक्षी टीम के सभी विकेट लिए हैं।
न्यूजीलैंड ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का फैसला किया था। शुरुआती बल्लेबाजों ने उम्मीदें जगाईं—डेवोन कॉनवे ने 76 और रचिन रवींद्र ने 65 रनों की शानदार पारियां खेलीं। कप्तान टॉम लेथम (15 रन), विल यंग और डेरिल मिचेल (18-18 रन) ने भी योगदान दिया। 197 रन पर 3 विकेट के बाद ऐसा लगा कि न्यूजीलैंड एक बड़ा स्कोर बनाएगी, लेकिन वॉशिंगटन सुंदर की एक जादुई गेंद ने खेल का रुख बदल दिया।
वॉशिंगटन सुंदर की ‘ड्रीम डिलीवरी’
वॉशिंगटन सुंदर, जिन्हें कुलदीप यादव की जगह टीम में शामिल किया गया था, ने कप्तान के भरोसे को पूरी तरह सही साबित किया। उन्होंने 197 के स्कोर पर रचिन रवींद्र को एक बेहतरीन गेंद पर क्लीन बोल्ड किया। यह किसी भी ऑफ स्पिनर की आदर्श गेंद थी, जिसने जमकर खेल रहे रचिन को पवेलियन लौटने पर मजबूर कर दिया।
इसके बाद वॉशिंगटन ने कीवियों को ऐसा घुमाया कि अगले 62 रन बनाने में न्यूजीलैंड ने अपने सारे विकेट गंवा दिए। सुंदर ने एक के बाद एक 7 विकेट झटके, और न्यूजीलैंड के खिलाफ पारी में 7 या इससे ज्यादा विकेट लेने वाले भारत के चौथे गेंदबाज बन गए।
अश्विन का प्रभावशाली प्रदर्शन
रविचंद्रन अश्विन ने शुरुआत में ही न्यूजीलैंड को तीन बड़े झटके दिए। उन्होंने कप्तान टॉम लेथम, विल यंग और डेवोन कॉनवे को आउट किया। इसके साथ ही अश्विन ने अपने टेस्ट विकेटों की संख्या 531 तक पहुंचा दी, और इस आंकड़े के साथ उन्होंने नाथन लायन (530) को पीछे छोड़ दिया।