कोटा : राजस्थान के कोटा में एक और दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है, जहां एक 20 वर्षीय कोचिंग छात्र, आशुतोष चौरसिया, ने अपने कमरे में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। उत्तर प्रदेश के मिर्जापुर का निवासी आशुतोष NEET की तैयारी के लिए कोटा आया था, लेकिन बुधवार देर रात उसकी जीवन की गाड़ी रुक गई।
घटना का पता तब चला जब पुलिस को सूचना मिली। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर शव को अपने कब्जे में ले लिया और उसे एमबीएस अस्पताल की मोर्चरी में रखवा दिया। इस घटना ने एक बार फिर से कोटा के छात्रों के मानसिक स्वास्थ्य पर सवाल उठाए हैं।
पुलिस की शुरुआती जांच में कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है, जिससे आत्महत्या के कारणों का पता लगाना कठिन हो गया है। दादाबाड़ी थाने के प्रभारी नरेश कुमार मीणा के अनुसार, आशुतोष जिस पीजी में रह रहा था, वहां एंटी-हैंगिंग डिवाइस भी नहीं लगी थी। यह इस वर्ष कोटा में छात्रों की आत्महत्या का 13वां मामला है, जो चिंताजनक स्थिति को दर्शाता है।
परिजनों को इस घटना की सूचना दे दी गई है और उनके गुरुवार दोपहर तक कोटा पहुंचने की संभावना हैं। पुलिस का कहना है कि उनकी आने के बाद ही पोस्टमॉर्टम की प्रक्रिया शुरू की जाएगी। इस बीच, पुलिस मामले की गहराई से जांच कर रही है, लेकिन आत्महत्या के पीछे की वजह का पता लगाना अभी भी एक चुनौती बनी हुई है।