प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को नई दिल्ली के प्रगति मैदान में इंडिया मोबाइल कांग्रेस 2024 का भव्य उद्घाटन किया, जिसमें तकनीक और संचार की दुनिया के कई प्रमुख चेहरे शामिल हुए। इस कार्यक्रम में रिलायंस जियो के चेयरमैन आकाश अंबानी ने भी अपनी उपस्थिति दर्ज कराई। उन्होंने इस मौके पर एआई (आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस) के महत्व पर जोर दिया, कहते हुए कि “विकसित भारत के सपने को साकार करने के लिए एआई का योगदान अत्यंत महत्वपूर्ण है।”
आकाश अंबानी ने एक जोरदार वकालत की कि भारत का डेटा भारतीय डेटा सेंटर में ही संग्रहित किया जाना चाहिए। उन्होंने बताया कि भारत में डेटा उत्पादन की रफ्तार और मात्रा तेजी से बढ़ रही है, और एआई के साथ यह और भी तेज होगी। इस संदर्भ में, उन्होंने भारतीय कंपनियों के लिए सरकार से सहयोग की आवश्यकता को रेखांकित करते हुए कहा कि एआई और मशीन लर्निंग डेटा सेंटर स्थापित करने की दिशा में कदम उठाने की जरूरत है। इसके लिए उन्होंने डेटा सेंटर नीति 2020 के मसौदे को जल्द अपडेट करने की अपील की।
आकाश अंबानी ने आगे कहा, “जियो ने एआई के फायदों को हर भारतीय तक पहुंचाने का संकल्प लिया है, जैसे हमने मोबाइल ब्रॉडबैंड के मामले में किया। हम किफायती कीमतों पर शक्तिशाली एआई मॉडल और सेवाएँ प्रदान करने के लिए एक राष्ट्रीय एआई इन्फ्रास्ट्रक्चर का आधार तैयार कर रहे हैं।”
प्रधानमंत्री मोदी की दूरदर्शिता की प्रशंसा करते हुए अंबानी ने कहा कि भारतीय मोबाइल कंपनियों और स्टार्ट-अप इकोसिस्टम की बढ़ती ताकत के कारण, भारत दुनिया के अन्य देशों को एआई समाधानों की पेशकश कर सकता है। उन्होंने यह भी कहा कि सरकार के प्रयासों के कारण देश में एक बड़ी डिजिटल क्रांति आई है, जिससे नए भारत में कारोबार के तरीकों में उल्लेखनीय बदलाव आया है।
इंडिया मोबाइल कांग्रेस के मंच से उन्होंने यह वादा किया कि भारत केवल मोबाइल नवाचार में ही नहीं, बल्कि एक कनेक्टेड और इंटेलिजेंट भविष्य के लिए एआई की शक्ति को अपनाने में भी अग्रणी होगा। इससे न केवल रोजगार में वृद्धि होगी, बल्कि यह कंप्यूटर और इंटरनेट के प्रारंभिक दौर में देखी गई विकास दर की तरह ही होगा।