गाजा में इस्राइल और हमास के बीच चल रहे संघर्ष में अब शरणार्थी शिविर भी निशाना बन रहे हैं। इस्राइल ने उत्तरी गाजा में जबालिया शरणार्थी शिविर पर हमला किया। इसमें महिलाओं और बच्चों समेत 22 लोगों की मौत हो चुकी है। मृतकों की संख्या बढ़ने के बाद इस्राइल की सेना ने लोगों को उत्तरी गाजा छोड़ने के लिए कहा है। साथ ही जबालिया के लोगों को दक्षिण की ओर जाने के निर्देश दिए हैं।
इस्राइली विमानों ने शुक्रवार रात को जबालिया में हमला किया। इसमें चार घर क्षतिग्रस्त हो गए और 22 लोगों की मौत हो गई। एक समाचार एजेंसी के मुताबिक हमले में 30 लोग घायल हुए हैं। जबकि 14 लोग लापता हैं। इनके मलबे में दबे होने की आशंका है। इससे एक सप्ताह पहले भी इस्राइल की सेना ने जबालिया में हमला किया था। सेना का दावा है कि उसने हमास को फिर से संगठित होने से रोकने के लिए हमले किए थे। अंतरराष्ट्रीय चैरिटी डॉक्टर्स विदाउट बॉर्डर्स ने कहा कि हमलों में हजारों फलस्तीन नागरिक फंस गए हैं। इसमें 90 से अधिक लोग घायल हो गए।
वहीं इस्राइल की ओर से लगातार हो रहे हमलों को लेकर विश्व खाद्य कार्यक्रम ने कहा कि उत्तरी गाजा में बढ़ती हिंसा से हजारों फलस्तीन परिवारों की खाद्य सुरक्षा प्रभावित हो रही है। गाजा तक एक अक्तूबर के बाद से अब तक कोई खाद्य सहायता नहीं पहुंची है। साथ ही उत्तर की ओर जाने वाले मुख्य मार्ग बंद कर दिए गए हैं।
हमलों के चलते खाद्य वितरण केंद्र, रसोई और बेकरियों को बंद कर दिया गया है। खाद्य कार्यक्रम के कंट्री डायरेक्टर एंटोनी रेनार्ड ने कहा कि उत्तर मूल रूप से कट गया है। हम वहां काम नहीं कर पा रहे हैं। अगर संघर्ष बढ़ता रहा तो खाद्य आपूर्ति प्रभावित रहेगी। इससे परिवारों के लिए संकट खड़ा हो जाएगा।