रावण के बारे में विचार करते समय हमें विभिन्न पहलुओं पर ध्यान देना चाहिए।

विद्वान और ज्ञानी:

रावण एक महान विद्वान और ज्ञानी था, जिसे वेदों और शास्त्रों का ज्ञान था।

धार्मिक आस्था:

रावण शिव भक्त था और उसे भगवान शिव का परम भक्त माना जाता है।

राजनीतिक नेतृत्व:

रावण ने लंका का कुशलता से शासन किया और उसे एक शक्तिशाली राजा माना जाता था।

सकारात्मक गुण:

उसके पास साहस, ताकत, और नेतृत्व कौशल जैसे सकारात्मक गुण थे।

अहंकार:

रावण का अहंकार उसकी सबसे बड़ी कमजोरी थी, जो उसे बुराई की ओर ले गई।

परिवार:

रावण का अपने परिवार के प्रति प्रेम और निष्ठा दिखाई देती है, लेकिन उसने अपने भाई को गलत रास्ते पर भी चलने के लिए प्रेरित किया।

कृत्य और परिणाम:

रावण ने सीता का अपहरण किया, जो उसके बुरे कर्मों का मुख्य कारण बना और अंततः उसकी विनाश का कारण बना।

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