रतन टाटा के निधन पर अमेरिका में भी शोक की लहर
अमेरिका में कई चर्चित लोगों ने रतन टाटा को एक ऐसे व्यक्ति के रूप में याद किया, जिन्होंने भारत को समृद्धि की ओर अग्रसर किया। अमेरिका-भारत व्यापार परिषद (यूएसआईबीसी) के अध्यक्ष अतुल केशप ने कहा कि टाटा ने मानवता और करुणा के मूल्यों का समर्थन किया। इंडियास्पोरा के संस्थापक एमआर रंगास्वामी ने उन्हें दयालु परोपकारी और दूरदर्शी नेता बताया। कार्नेल विश्वविद्यालय से भी संवेदनाएं प्रकट की गईं, जहां रतन टाटा ने स्नातक की डिग्री प्राप्त की थी।
आगरा आने पर कहा था… मेरे दिल में है ताज
रतन टाटा ने 2013 में आगरा में ताजमहल का दीदार किया था और कहा था कि यह उनकी आत्मा में बसा है। उन्होंने इसे इंजीनियरिंग और वास्तुकला की महानतम प्रस्तुति बताया।
गूगल के सीईओ सुंदर पिचाई बोले- टाटा असाधारण व्यवसाय और परोपकारी विरासत छोड़ गए
सुंदर पिचाई ने टाटा के साथ अपनी अंतिम मुलाकात को प्रेरणादायक बताया और उनके योगदान की सराहना की।
जनवरी 2017 में सेवानिवृत्त हुए, चंद्रशेखरन बने टाटा समूह के अध्यक्ष
रतन टाटा ने 2017 में सेवानिवृत्त होने के बाद नटराजन चंद्रशेखरन को टाटा समूह का अध्यक्ष नियुक्त किया।
कॉर्पोरेट दिग्गज रतन टाटा को ‘धर्मनिरपेक्ष जीवित संत’ माना गया
टाटा को सादगी और ईमानदारी के लिए जाना जाता था, और उन्हें ‘धर्मनिरपेक्ष जीवित संत’ के रूप में माना गया।
PETA इंडिया ने पशुओं के प्रति टाटा की करुणा को याद किया
PETA इंडिया ने टाटा की करुणा को सराहा और उनकी दानशीलता को हमेशा याद रखने का वादा किया।
रतन टाटा… युवाओं के सामने जज्बे की अनोखी मिसाल
73 वर्ष की आयु में, टाटा ने बंगलूरू में एक एयर शो के दौरान एफ-17 लड़ाकू विमान में उड़ान भरी, जो युवाओं के लिए प्रेरणा बन गई।
टाटा ट्रस्ट प्रमुख बोले- विरासत को आगे बढ़ाने के लिए खुद को समर्पित करेंगे
टाटा ट्रस्ट्स ने रतन टाटा की विरासत को आगे बढ़ाने का संकल्प लिया है।
Ratan Tata Death: रतन टाटा के निधन से देश में शोक की लहर, राजकीय सम्मान के साथ होगा अंतिम संस्कार
रतन टाटा का निधन 86 वर्ष की आयु में हुआ। उनके अंतिम संस्कार को राजकीय सम्मान दिया जाएगा, और महाराष्ट्र में एक दिन का शोक घोषित किया गया है। पार्थिव शरीर दर्शन के लिए रखा जाएगा।
झारखंड में एक दिन का राजकीय शोक
झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने भी एक दिन का राजकीय शोक घोषित किया।
टाटा… एक गुरु, मार्गदर्शक और मित्र
चंद्रशेखरन ने टाटा को एक गुरु और मार्गदर्शक बताया, जिन्होंने नैतिकता और उद्यमशीलता का अनूठा मिश्रण प्रस्तुत किया।
टाटा की पहल ने गहरी छाप छोड़ी, आने वाली पीढ़ियों को मिलेगा लाभ
टाटा के परोपकार और समाज सेवा ने लाखों लोगों के जीवन को प्रभावित किया है। उनकी विरासत प्रेरणा बनकर आगे बढ़ेगी।