हरियाणा विधानसभा चुनावों में भाजपा की बंपर जीत को ‘सनातन और सद्भावना की जीत’ बताते हुए कांग्रेस के पूर्व नेता आचार्य प्रमोद कृष्णम ने एक नई बहस छेड़ दी है। इस जीत को भारतीय राजनीति में एक महत्वपूर्ण मोड़ के रूप में देखा जा रहा है, लेकिन प्रमोद कृष्णम के बयान ने कांग्रेस और राहुल गांधी पर तीखा हमला किया है, जिससे राजनीति का तापमान और बढ़ गया है।
राहुल गांधी बने कांग्रेस की ‘पनौती’
आचार्य प्रमोद ने राहुल गांधी को कांग्रेस के लिए ‘पनौती’ करार दिया और कहा कि उनकी उपस्थिति ही पार्टी के लिए चुनावी नतीजों को प्रभावित कर देती है। उन्होंने खुलासा किया कि एक बार उन्होंने कांग्रेस नेता भूपिंदर सिंह हुड्डा को चेतावनी दी थी कि अगर राहुल गांधी को चुनावी मंच पर बुलाया गया, तो सारे सपने चकनाचूर हो जाएंगे। “अगर हुड्डा मेरी बात मान लेते, तो आज हरियाणा के मुख्यमंत्री होते,” प्रमोद ने तंज कसते हुए कहा।
‘राहुल की लॉन्चिंग फेल’
राहुल गांधी की राजनीतिक यात्रा को आचार्य प्रमोद ने एक असफल लॉन्चिंग बताया। उन्होंने इसे एक उत्पाद के रूप में तुलना करते हुए कहा कि अगर उत्पाद ही कमजोर है, तो चाहे उसे कितनी बार भी लॉन्च किया जाए, उसकी विफलता निश्चित है। “चाहे जितनी मार्केटिंग करो, जितनी एजेंसियां हायर कर लो, सच-झूठ के खेल खेल लो, अगर उत्पाद मजबूत नहीं है तो वो फेल हो जाएगा,” प्रमोद ने तीखी आलोचना के साथ कहा।
भाजपा की ऐतिहासिक जीत
हरियाणा विधानसभा चुनाव में भाजपा ने शानदार प्रदर्शन करते हुए 90 में से 48 सीटें जीतीं। कांग्रेस को 37 सीटों पर संतोष करना पड़ा। यह जीत भाजपा के लिए बड़ी उपलब्धि मानी जा रही है, और आचार्य प्रमोद ने इसे भारत को “विश्व गुरु” बनाने की विचारधारा की जीत बताया।