दिल्ली की मुख्यमंत्री आतिशी ने एमसीडी (दिल्ली नगर निगम) स्थायी समिति के चुनाव को लेकर बीजेपी पर कड़ा हमला किया है। उन्होंने इस चुनाव को गैर-कानूनी और असंवैधानिक बताते हुए आरोप लगाया कि बीजेपी और उपराज्यपाल (LG) ने मिलकर अवैध तरीके से यह चुनाव कराया है। आतिशी ने कहा कि जब बीजेपी सीधे चुनाव नहीं जीत पाती है, तो वह “बैकडोर” से सत्ता में आने की कोशिश करती है और इसके लिए “ऑपरेशन लोटस” का सहारा लेती है। उनका कहना है कि बीजेपी लोकतांत्रिक प्रक्रियाओं का पालन नहीं करना चाहती और उसे संविधान की कोई परवाह नहीं है।
आतिशी ने यह भी आरोप लगाया कि बीजेपी नियमों और कानूनों की अनदेखी कर रही है। उन्होंने कहा कि एलजी को MCD चुनावों पर हस्तक्षेप करने का अधिकार नहीं है, फिर भी वे आदेश जारी कर रहे हैं। जबकि, मेयर ही एमसीडी की बैठकों का समय, स्थान और तारीख तय करने के लिए अधिकृत हैं और यह जिम्मेदारी संविधान द्वारा स्थापित कानूनों के तहत दी गई है।
उन्होंने आगे कहा कि एमसीडी को संविधान के तहत चलाने के लिए संसद ने “दिल्ली म्युनिसिपल कॉर्पोरेशन एक्ट 1957” पारित किया था, जिसके तहत MCD के लिए कई नियम और प्रक्रियाएं बनाई गई हैं। इसके अनुसार, स्थायी समिति के सदस्यों का चुनाव निगम की बैठक में ही होना चाहिए, और यह प्रक्रिया पूरी तरह से मेयर की देखरेख में होती है। लेकिन बीजेपी इन सभी नियमों की अनदेखी करते हुए लोकतंत्र की धज्जियां उड़ा रही है।
उल्लेखनीय है कि 27 सितंबर को बीजेपी ने एमसीडी की स्थायी समिति की एक सीट पर निर्विरोध जीत हासिल की थी, क्योंकि आम आदमी पार्टी और कांग्रेस के पार्षदों ने इस चुनाव का बहिष्कार किया था। बीजेपी उम्मीदवार सुंदर सिंह को सभी 115 बीजेपी पार्षदों का समर्थन मिला।