हरियाणा विधानसभा चुनाव में भाजपा और कांग्रेस से टिकट नहीं मिलने पर बागी हुए कुल 31 नेताओं ने निर्दलीय के तौर पर ताल ठोकी है। 16 सितंबर तक नामांकन वापस लिए जा सकते हैं। अब भाजपा और कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं ने बागियों की मान-मनौव्वल तेज कर दी है। ये तय है कि अगर बागी मैदान में रहे तो कई विधानसभा सीटों पर समीकरण बिगाड़ेंगे और बनाएंगे। इसलिए बागियों को मनाने के लिए भाजपा से केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल और कांग्रेस से पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने कमान संभाली है।
भाजपा अपने अधिकतर बागी नेताओं को मना चुकी है, फिर भी 10 ऐसे नेता हैं, जो निर्दलीय चुनाव लड़ने के लिए मैदान में उतर चुके हैं। इनको साधने के लिए मनोहर लाल के साथ कार्यवाहक मुख्यमंत्री नायब सैनी और चुनाव प्रभारी केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान भी कवायद में जुटे हैं। यही नहीं, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के पदाधिकारी भी बागियों से बात कर रहे हैं। यही स्थिति कांग्रेस की है। कांग्रेस हाईकमान ने पूर्व सीएम भूपेंद्र हुड्डा, कुमारी सैलजा और रणदीप सुरजेवाला समेत अन्य दिग्गजों को अपने-अपने 21 समर्थकों के नामांकन वापस कराने और रूठों को मनाने की जिम्मेदारी दी है। उनको चुनाव के बाद समायोिजत करने तक के वादे किए जा रहे हैं।
मान-मनौव्वल का असर यह रहा कि शुक्रवार को करनाल के घरौंडा में टिकट कटने से नाराज पूर्व विधायक नरेंद्र सांगवान और दूसरे दावेदार भूप्पी लाठर ने कांग्रेस प्रत्याशी वीरेंद्र राठौर का साथ देने का एलान किया। सांगवान हुड्डा व लाठर सुरजेवाला के करीबी हैं। करनाल शहर में मनोज वधवा समेत अन्य दावेदारों को भी मनाया जा रहा है। वहीं, अंबाला कैंट से निर्दलीय ताल ठोक चुकीं पूर्व मंत्री निर्मल सिंह की बेटी चित्रा सरवारा को मनाने की कोशिशें तेज हो गई हैं। निर्मल सिंह हुड्डा के करीबी हैं।
कांग्रेस : 16 बागियों के तेवर गरम
नलवा से पूर्व मंत्री संपत सिंह, पानीपत से पूर्व विधायक रोहिता रेवड़ी, पानीपत ग्रामीण से विजय जैन, पंचूकला से पूर्व मेयर उपेंद्र कौर अहलूवालिया, बल्लभगढ़ से पूर्व सीपीएस शारदा राठौर, कैथल के पूंडरी से सतबीर भाणा, अंबाला कैंट से पूर्व मंत्री निर्मल सिंह की बेटी चित्रा सरवारा, अंबाला सिटी से हिम्मत सिंह व जसबीर मलोर, कुरुक्षेत्र से पूर्व मंत्री जसविंद्र सिंह संधू के बड़े बेटे जसतेज संधू, फतेहाबाद से अनिल ज्याणी और दावेदार सोमवीर घसोला, बरोदा से डॉ. कपूर सिंह नरवाल और जींद से प्रदीप गिल, बहादुरगढ़ से राजेश जून और कोसली से मनोज कोसलिया अब भी बगावती तेवर अपनाए हुए हैं।
भाजपा : नहीं मान रहे ये बागी
भाजपा के बागियों में रानियां से रणजीत चौटाला, सोनीपत से कविता जैन व उनके पति राजीव जैन, गन्नौर सीट से देवेंद्र कादियान, हिसार से सांसद नवीन जिंदल की मां सावित्री जिंदल, अटेली विधानसभा सीट से संतोष यादव, महम से शमशेर खड़खड़ा, फरीदाबाद से नागेंद्र भड़ाना, हथीन से केहर सिंह रावत, पानीपत से हिमांशु शर्मा, पृथला से दीपक डागर, असंध से जिले राम शर्मा, इंद्री से सुरेंद्र उड़ाना, बेरी से अमित अहलावत को मनाया नहीं जा सका है ।
हरियाणा में 1,561 ने किया नामांकन
चंडीगढ़। हरियाणा विधानसभा चुनाव के लिए सभी 90 सीटों पर कुल 1,561 उम्मीदवारों ने 1,747 नामांकन पत्र दाखिल किए हैं। इनमें उम्मीदवारों के एक से अधिक नामांकन पत्र व उनके कवरिंग उम्मीदवारों के परचे भी शामिल हैं। 16 सितंबर तक उम्मीदवार नाम वापस ले सकते हैं। ऐसे में इनकी संख्या कम हो सकती है। 2019 के चुनाव में 1,169 उम्मीदवारों व 2014 में 1,351 उम्मीदवारों ने चुनाव लड़ा था। सबसे ज्यादा भिवानी से 31 उम्मीदवारों व सबसे कम नांगल चौधरी से नौ प्रत्याशियों ने नामांकन पत्र भरे हैं। सीएम नायब सैनी के विधानसभा क्षेत्र लाडवा से 24, पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा के विधानसभा क्षेत्र गढ़ी-सांपला-कलोई से 12 ने नामांकन किया है। गुड़गांव, महम व सोहना से 24-24 नामांकन हुए हैं। मुख्य चुनाव अधिकारी पंकज अग्रवाल ने बताया कि नामांकन भरने वालों में पुरुष उम्मीदवारों की संख्या 1,250, महिलाओं की 310 और एक थर्ड जेंडर है।