
बेंगलुरु के रामेश्वरम कैफे में हुए धमाके के मामले में, NIA ने चार आरोपियों के खिलाफ चार्जशीट दाखिल की है। जांच में खुलासा हुआ कि ये आरोपी सीरिया स्थित आतंकी संगठन आईएसआईएस से जुड़े थे। इन आतंकियों ने न सिर्फ कैफे में ब्लास्ट किया, बल्कि कई अन्य स्थानों पर भी हमले की योजना बनाई थी, जिसमें भाजपा कार्यालय प्रमुख निशाना था।
चार्जशीट के मुताबिक, मुसाविर हुसैन शाजिब और अब्दुल मथीन अहमद ताहा ने मिलकर कैफे में बम लगाया था। ये दोनों पहले से ही आईएसआईएस के सदस्य थे और उसकी विचारधारा का प्रचार कर रहे थे। उन्होंने अन्य मुस्लिम युवाओं को भी इसमें शामिल करने की कोशिश की थी, जिनमें माज मुनीर अहमद और मुजम्मिल शरीफ भी थे, जो इनके बहकावे में आ गए थे।
NIA ने बताया कि इन आतंकियों ने पहले भी कई जगहों पर हमले की योजना बनाई थी, जिसमें अयोध्या के प्राण प्रतिष्ठा समारोह के दौरान भाजपा कार्यालय में बम विस्फोट करने की योजना भी शामिल थी, लेकिन वे इसमें सफल नहीं हो पाए।
जांच में यह भी पता चला कि ताहा और शाजिब को उनके हैंडलर द्वारा क्रिप्टोकरेंसी के जरिए फंडिंग की गई थी। उन्होंने यह पैसा बेंगलुरु में हिंसा फैलाने के लिए इस्तेमाल किया। दोनों मुख्य आरोपियों को पश्चिम बंगाल से गिरफ्तार किया गया, जहां वे फर्जी दस्तावेज और सिमकार्ड का उपयोग कर छिपे हुए थे।