हरियाणा में कांग्रेस और आम आदमी पार्टी (AAP) के बीच सीटों के समझौते पर सहमति बन गई है। कांग्रेस ने AAP को पांच सीटें देने पर मंजूरी दी है, जबकि समाजवादी पार्टी (सपा) को दो सीटें दी जाएंगी। समझौते की औपचारिक घोषणा सोमवार को होने की संभावना है।
AAP ने 10 सीटों की मांग की थी, लेकिन कांग्रेस ने 6 सीटों का ऑफर दिया, जिसे AAP ने स्वीकार कर लिया। कांग्रेस ने पिहोवा, कलायत, जींद और एनसीआर के ओल्ड फरीदाबाद और पानीपत ग्रामीण सीटें AAP को देने पर सहमति जताई है। सपा को एनसीआर की हथीन और सोहना सीटें मिल सकती हैं।
आरजू भी है, हसरत भी है और उम्मीद भी है : चड्ढा
आप के राज्यसभा सांसद राघव चड्ढा का कहना है कि कांग्रेस और उनकी पार्टी दोनों अपनी व्यक्तिगत आकांक्षाओं को किनारे रखकर हरियाणा चुनाव के लिए गठबंधन बनाने की कोशिश कर रहे हैं। बातचीत सकारात्मक दिशा में आगे बढ़ रही है और उन्हें अच्छे नतीजे की उम्मीद है। सीट-बंटवारे की व्यवस्था पर हर बिंदु पर टिप्पणी नहीं की जा सकती। दोनों पार्टियों को गठबंधन बनाने की इच्छा और उम्मीद है। चड्ढा ने कहा कि आरजू भी है, हसरत भी है और उम्मीद भी है।
सकारात्मक दिशा में हुई बैठकें
हरियाणा कांग्रेस प्रभारी दीपक बाबरिया ने कहा कि गठबंधन को लेकर ऐसा लग रहा है कि आम आदमी पार्टी ने कम सीटों पर समझौता कर लिया है। इस पर जल्द फैसला हो जाएगा। आप को अच्छी संख्या में सीटें दी जा रही हैं। सकारात्मक दिशा में बैठकें हुई हैं।
इन सीटों पर लड़ेगी आप, ये संभावित उम्मीदवार
कलायत : यहां से आप के सीनियर वाइस प्रेसिडेंट अनुराग ढांडा चुनाव लड़ने की तैयारी में हैं। ढांडा कैथल के गांव किठना से हैं और यहां पिछले काफी समय से सक्रिय हैं।
जींद : यहां से आप के प्रदेशाध्यक्ष डॉ. सुशील गुप्ता चुनाव लड़ सकते हैं। यह सीट वैश्य समाज बाहुल्य की है। इससे पहले कई बार यहां से वैश्य समाज के नेता विधायक बन चुके हैं। डॉ. गुप्ता जींद के गांव शामलो कलां के मूल निवासी हैं।
पिहोवा : कुरुक्षेत्र जिले की पिहोवा विधानसभा पंजाब के साथ लगती सीट है। भगवंत मान की यहां ससुराल है। पूरा इलाका पंजाबी बाहुल है। खुद अरविंद केजरीवाल और भगवंत मान पिहोवा में कई रैलियां कर चुके हैं। यहां पर कार्यकर्ता जमीनी स्तर पर एक्टिव हैं।
पानीपत ग्रामीण : यह जाट बाहुल्य क्षेत्र है। आप का जिलाध्यक्ष सुखबीर मलिक है और हलके के बड़े गांव उग्राखेड़ी के रहने वाले हैं। वह यहां चुनाव लड़ने की तैयारी में हैं। दूसरा, पार्टी यहां पर आप को प्रवासी मतदाताओं से उम्मीद है।
ओल्ड फरीदाबाद : यह सीट दिल्ली के साथ लगती है और दिल्ली में भी आप की सरकार है। इसलिए शहरी क्षेत्र के साथ प्रवासी मतदाताओं वाली इस सीट पर भी आप को जीत की उम्मीद है।